साइबर ठगी के प्रति लोगों को जागरूक किया
नोएडा में साइबर ठगी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए डीसीपी साइबर प्रीति यादव के नेतृत्व में एक अभियान चलाया जा रहा है। पेटीएम कंपनी के दफ्तर में साइबर पुलिस ने गोष्ठी आयोजित की, जिसमें कर्मचारियों को...

नोएडा,वरिष्ठ संवाददाता। साइबर ठगी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए डीसीपी साइबर प्रीति यादव की अगुवाई में अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को स्काई मार्ट बिल्डिंग स्थित पेटीएम कंपनी के दफ्तर में साइबर पुलिस की टीम पहुंची और गोष्ठी आयोजित कर वहां के कर्मचारियों को ठगी के प्रकार और इसके बचाव के बारे में जानकारी दी। डीसीपी साइबर द्वारा कार्यक्रम में मौजूद लोगों को समझाया गया कि किस प्रकार जागरूक होने व सावधानियां बरतने से साइबर ठगी से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहनकर अनजान नंबर से कॉल करता है और पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहता है तो तुंरत सतर्क हो जाएं।
संबंधित व्यक्ति का नाम और उसके द्वारा बताए एक मोबाइल नंबर को गूगल पर सर्च करें अथवा पुलिस विभाग की वेबसाइट पर जाकर नाम और तैनाती स्थल की जानकारी जुटाएं। शक होने पर तुरंत नजदीकी थाने में सूचना दें। अनजान व्यक्ति के कहने पर कभी भी अपनी बैंक की जानकारी साझा न करें, भले ही कॉल करने वाला खुद को पुलिस अधिकारी या पुलिसकर्मी ही क्यों न बताए। कभी भी सर्च इंजन पर कस्टमर केयर का मोबाइल नंबर डालकर सर्च न करें। साइबर ठगों द्वारा विभिन्न विभागों के गलत हेल्पलाइन नंबर गूगल पर अपलोड कर दिए जाते हैं। अगर कोई आपके आधार कार्ड या पैन कार्ड का इस्तेमाल ड्रग्स तस्करी में होने की बात कहे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। कोई किसी मामले में गैर जमानती वारंट होने का डर दिखाए या इसकी कॉपी आपके मोबाइल पर भेजे तो भी तुरंत पुलिस से संपर्क करें। साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं तो तुरंत हेल्पलाइन 1930 एवं साइबर पोर्टल http://cybercrime.gov.in पर सूचना दें। शुरुआती आधे घंटे में अगर ठगी की जानकारी दे दी जाए तो रकम को होल्ड और फ्रीज कराना आसान होता है।
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