गुरुग्राम में एक आदमी के पेट से निकले 8000 से ज्यादा पत्थर, 6 घंटे तक गिनते रह गए डॉक्टर
दिल्ली-एनसीआर में सर्जरी का एक दुर्लभ मामला सामने आया है। 70 साल के एक बुजुर्ग की 60 मिनट तक चले ऑपरेशन में उसके पेट से इतने पत्थर निकले कि उसे गिनने में 6 घंटे लग गए। अस्पताल के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सर्जरी से निकाली गई पित्ताशय की पथरी की शायद यह सबसे अधिक संख्या है।

दिल्ली-एनसीआर में सर्जरी का एक दुर्लभ मामला सामने आया है। 70 साल के एक बुजुर्ग की 60 मिनट तक चले ऑपरेशन में उसके पेट से इतने पत्थर निकले कि उसे गिनने में 6 घंटे लग गए। अस्पताल के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सर्जरी से निकाली गई पित्ताशय की पथरी की शायद यह सबसे अधिक संख्या है।
एक घंटे तक चली सर्जरी में 70 साल के एक आदमी के पेट से 8,125 पित्त की पथरी निकाली गई। गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में की गई सर्जरी लगभग 60 मिनट तक चली, जबकि पथरी की गिनती करने में टीम को लगभग छह घंटे लगे।
अस्पताल ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि मरीज कई सालों से पेट में दर्द, बीच-बीच में बुखार, भूख न लगना और छाती और पीठ में भारीपन की समस्या से पीड़ित था। पित्ताशय की पथरी अक्सर कोलेस्ट्रॉल के असंतुलन के कारण बनती है और समय के साथ बढ़ सकती है। मरीज की 12 मई को पित्ताशय से पथरी हटाने की सर्जरी हुई थी। अस्पताल के अनुसार, यह संभवतः दिल्ली-एनसीआर में निकाली गई पित्ताशय की पथरी की सबसे अधिक संख्या है।
सर्जरी करने वाली टीम में शामिल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ऑन्कोलॉजी के निदेशक डॉक्टर अमित जावेद ने कहा कि यह मामला वाकई दुर्लभ है। कई सालों की देरी की वजह से पथरी का इतना बड़ा संचय हो गया था। अगर इलाज में और देरी की जाती तो गंभीर जटिलताएं हो सकती थीं। दो दिन बाद उसे स्थिर हालत में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
डॉक्टर ने बताया कि शुरू में मरीज ने इलाज से परहेज किया था। हालत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल लाया गया। बयान में कहा गया कि अल्ट्रासाउंड में पता चला कि पित्ताशय की थैली बहुत घनी है, जिसके कारण उसे तत्काल इनवेसिव लेप्रोस्कोपिक सर्जरी करानी पड़ी।
इस तरह के मामले जब चरम पर पहुंच जाते हैं तो पथरी से पित्ताशय में मवाद बनने, पित्ताशय की दीवार के मोटे होने, फाइब्रोसिस होने और यहां तक कि पित्ताशय के कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।