vomiting and stomach pain 150 people fell ill by contaminated drinking water in Aastha Greens society in Greater Noida ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में गंदे पानी से 150 लोग बीमार; पेट दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत, Ncr Hindi News - Hindustan
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ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में गंदे पानी से 150 लोग बीमार; पेट दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आस्था ग्रीन सोसाइटी में गंदा पानी पीने के कारण लगातार लोग बीमार पड़ रहे हैं। शनिवार तक 150 लोगों की तबीयत बिगड़ चुकी है। सोसाइटी के लोगों ने बिल्डर प्रबंधन पर अंडरग्राउंड टैंकों की साफ-सफाई में लापरवाही का आरोप लगाया है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, ग्रेटर नोएडा। हिन्दुस्तानSun, 4 May 2025 06:52 AM
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ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में गंदे पानी से 150 लोग बीमार; पेट दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आस्था ग्रीन सोसाइटी में गंदा पानी पीने के कारण लगातार लोग बीमार पड़ रहे हैं। शनिवार तक 150 लोगों की तबीयत बिगड़ चुकी है। सोसाइटी के लोगों ने बिल्डर प्रबंधन पर अंडरग्राउंड टैंकों की साफ-सफाई में लापरवाही का आरोप लगाया है।

सेक्टर-4 स्थित आस्था ग्रीन सोसाइटी के चार टावर में करीब 200 परिवार रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से सोसाइटी के लोग लगातार बीमार हो रहे हैं। सोसाइटी में रहने वाले बिपिन सिंह ने बताया कि लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत हो रही है। पीड़ितों में बच्चों की संख्या अधिक है। लोगों का आरोप है कि टैंक की सफाई का काम ठीक से नहीं किया गया, जिसके कारण घरों में गंदा पानी आने से लोग बीमार हो रहे हैं।

बिपिन सिंह के अनुसार, हर महीने समय पर मेंटिनेंस फीस देने के बावजूद बिल्डर प्रबंधन लापरवाही कर रहा है, जिसका खामियाजा यहां रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, सोसाइटी में रहने वाले प्रणव शेखर ने बताया कि करीब 10 दिन पहले उनके बेटे को पेट दर्द की शिकायत हुई। धीरे-धीरे उनके घर के सभी सदस्य बीमार हो गए। अस्पताल में इलाज कराने के बाद सभी अब स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि कई लोग इलाज के लिए निजी अस्पतालों में जा रहे हैं।

पानी के सैंपल जांच के लिए भेजें : सोसाइटी में रहने वाले बिपिन सिंह ने बताया कि बिल्डर प्रबंधन द्वारा पानी के सैंपल लेने के लिए शनिवार को निजी लैब से एक टीम को बुलाया गया। टीम ने बोतलों में सैंपल इकट्ठे कर लिए, लेकिन बिल्डर प्रबंधन की ओर से उन्हें रुपये नहीं दिए गए। टीम बोतलों में भरे सैंपलों को छोड़कर वापस चली गई, जिसका लोगों द्वारा विरोध जताया गया, तब जाकर बिल्डर ने दोबारा से टीम को बुलाया और सैंपल जांच के लिए दिए।

प्रणव शेखर, पीड़ित, ''परिजन बीमार होने लगे तो हमने आरओ का फिल्टर बदलवा दिया, उसके बाद भी समस्या खत्म नहीं हुई। पेयजल में बदबू आ रही है। हम पानी को उबालकर पी रहे हैं। कई लोग बाजार से पानी खरीद रहे हैं।''

गौरव, निवासी, ''मेरे दोनों बच्चे और घर के सभी लोगों को उल्टी, पेट दर्द और दस्त हो रही है। सोसाइटी में आपूर्ति हो रहे पेयजल को पीने से डर लग रहा। इलाज के लिए अस्पताल जाना पड़ रहा है। सोसाइटी के कई लोग इसी समस्या से जूझ रहे हैं।''

दिनेश, मेंटिनेंस प्रमुख, ''बिल्डर प्रबंधन पर लगाए गए आरोप गलत हैं। दूषित पानी की कोई समस्या नहीं है। बारिश या किसी अन्य कारण से लोग बीमार पड़ रहे हैं। निजी लैब में सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। रुपये का भुगतान कर दिया जाएगा।''

इस वर्ष कई सोसाइटी में लोग बीमार हो चुके

● 05 फरवरी : ईको विलेज एक में 400 से अधिक लोगों के बीमार होने का मामला सामने आया था। पेयजल की जांच में बीमार करने वाले बैक्टीरिया मिले।

● 07 फरवरी : पंचशील हाईनिस में करीब 100 लोग बीमार हुए। जांच रिपोर्ट में कुछ नहीं मिला, जिसके बाद टैंक की साफ-सफाई कराई गई।

● 07 फरवरी : अरिहंत गार्डन सोसाइटी में 150 लोगों को पेट दर्द, दस्त जैसी शिकायतें हुईं। निजी लैब की जांच में पेयजल में ई कोलाई बैक्टीरिया मिला।

● 07 अप्रैल : अजनारा होम सोसाइटी में 600 से अधिक लोग कुछ दिनों में बीमार हुए। निजी जांच रिपोर्ट में पेयजल में बीमार करने वाले बैक्टीरिया मिले।

● 19 अप्रैल : गौर सौंदर्यम सोसाइटी में करीब 200 लोग बीमार हुए। एओए की जांच रिपोर्ट में यहां भी पेयजल में भी बैक्टीरिया पाए गए।