अगर आप घर में ड्राइंग रूम को साफ सुथरा और सही वास्तु नियमों से बनवाते हैं, तो इससे आपके घर में कभी किसी की कमी नहीं होती। इसमें रहने वाले लोग स्वस्थ और खुशहाल रहते हैं और समृद्धि आती है। इसे कभी बंद नहीं रखना चाहिए। आइए जानें ड्राइंग रूम से जुड़े ये वास्तु नियम
आपका ड्रॉइंग रूम ईशान कोण में हो और एक तो उसमें सुनहरा रंग न कराएं। ईशान कोण में सुनहरा रंग नुकसान देता है। यह जड़ता लाता है। इसलिए अपने ड्रॉइंग रुम का रंग बदलवा कर आसमानी कर दें।
ड्रॉइंग रूम को कभी बंद नहीं रखना चाहिए। बंद कमरे में पृथ्वी तत्व प्रबल हो जाता है और यह ईशान कोण में नुकसान देता है। ड्रॉइंग रूम की खिड़की तथा दरवाजों को नियमित खोला करें। ड्रॉइंग रूम की पूर्वी दीवार पर एक पेंडुलम वाली घड़ी लगाएं जो थोड़ा संगीत भी बजाती हो।
वास्तु के अनुसार ड्राइंग रूम का दरवाजा पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। ड्राइंग रूम में रखा सोफा, कुर्सी, दीवान आदि की व्यवस्था दक्षिण और पश्चिम दिशा में करना चाहिए
ड्राइंग रूम में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस कमरे की फर्श और छत अन्य कमरों की तुलना में थोड़ी नीची होनी चाहिए। डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।