देशभर में कल यानी 12 अप्रैल को हनुमान जयंती का उत्सव बजरंगबली के भक्त बेहद उत्साह के साथ मनाने वाले हैं। इस मौके पर दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर सभी प्राचीन और प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगने वाली है। ये सभी मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि अपनी अनूठी विशेषताओं और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए भी जाने जाते हैं। अगर इस हनुमान जयंती आप भी प्रभु भक्ति में डूबना चाहते हैं तो दिल्ली-एनसीआर के इन फेमस मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करने जरूर जाएं।
यह दिल्ली का सबसे प्राचीन मंदिर माना जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का संबंध महाभारत काल से है। यह बाला हनुमान को समर्पित है। इस मंदिर में 1964 से लगातार 'श्री राम, जय राम, जय जय राम' का जाप चल रहा है, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
करोल बाग में स्थित झंडेवालान हनुमान मंदिर की पहचान 108 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति है, जो दिल्ली की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा है। मंदिर का प्रवेश द्वार राक्षस के मुंह के रूप में डिजाइन किया गया है, जो हनुमान जी की विजय का प्रतीक है। इस मंदिर में शाम की आरती के समय हनुमान जी की मूर्ति के हाथ हिलते हैं और सीना खुलता है, जिसमें राम-सीता की मूर्तियां दिखाई देती हैं।
यह मंदिर फरीदाबाद में विश्व की सबसे ऊंची हनुमान मूर्ति (लगभग 151 फीट) के लिए जाना जाता है। यह फरीदाबाद-गुड़गांव राजमार्ग पर स्थित है और भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। फरीदाबाद के पाली गांव के समीप बना यह मंदिर अपनी आधुनिक वास्तुकला और विशाल मूर्ति की वजह से बेहद फेमस है।
यह मंदिर अपने शांतिपूर्ण और पवित्र वातावरण के लिए जाना जाता है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो ध्यान और भक्ति की तलाश में रहते हैं।
श्री बालाजी धाम मंदिर, इंदिरापुरम का सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। श्री बालाजी मंदिर की स्थापना सन् 2013 में हनुमान जयंती के दिन हुई थी। मंगलवार एवं शनिवार के दिन मंदिर में भक्तों की संख्या, अन्य दिनों से अधिक होती है।
हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली के दर्शन करने के लिए मंदिर सुबह 5 से 8 बजे या शाम 6 से 8 बजे के बीच जाएं। यह दर्शन करने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय दर्शन के लिए आए भक्तों की भीड़ कम रहती है। बात अगर किसी विशेष दिन की करें तो मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा होती है, लेकिन इन दोनों ही दिन आपको मंदिर में भीड़ अधिक मिलेगी। हनुमान जी को प्रसाद में तुलसी, तेल, सिन्दूर, और मोतीचूर लड्डू चढ़ाए जाते हैं।