Toilet King of Punjab Plaques installed for repair of toilets in schools memes pour in on Mann government ‘टॉयलेट किंग ऑफ पंजाब’; स्कूलों में शौचालय की मरम्मत के लगे शिलापट्ट, मान सरकार पर मीम्स की बौछार, Punjab Hindi News - Hindustan
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‘टॉयलेट किंग ऑफ पंजाब’; स्कूलों में शौचालय की मरम्मत के लगे शिलापट्ट, मान सरकार पर मीम्स की बौछार

  • सोशल मीडिया पर दो पट्टिकाएं वायरल हो रही हैं। एक बरनाला के शहीद सिपाही दलिप सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, घुनास की है। दूसरी फाजिल्का के सरकारी स्मार्ट स्कूल भंगू की है।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानFri, 11 April 2025 12:06 PM
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‘टॉयलेट किंग ऑफ पंजाब’; स्कूलों में शौचालय की मरम्मत के लगे शिलापट्ट, मान सरकार पर मीम्स की बौछार

पंजाब सरकार की ओर से हाल ही में शुरू की गई ‘शिक्षा क्रांति’ योजना के तहत स्कूलों में शौचालयों की मरम्मत जैसे मामूली कार्यों पर भी शिलापट्ट लगाने का फैसला अब सोशल मीडिया पर मीम्स और आलोचनाओं का कारण बन गया है। लोगों ने इसे करदाताओं के पैसों की बर्बादी करार देते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं को ट्रोल करना शुरू कर दिया है। चाहे उद्घाटन हुआ हो या नहीं इन शिलापट्टों पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का नाम प्रमुखता से उकेरा गया है, जबकि स्थानीय विधायक का नाम उनके नीचे लिखा गया है।

सोशल मीडिया पर दो पट्टिकाएं वायरल हो रही हैं। एक बरनाला के शहीद सिपाही दलिप सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, घुनास की है। दूसरी फाजिल्का के सरकारी स्मार्ट स्कूल भंगू की है। इन शिलापट्टों पर शौचालय मरम्मत जैसे छोटे कार्यों के लिए भी शिलान्यास और उद्घाटन का उल्लेख है।

एक्स पर "Tractor 2 Twitter Punjab" नाम के एक हैंडल ने सरकार की इस पहल को करदाताओं के पैसे की खुली बर्बादी बताया। उन्होंने लिखा, “विश्वास नहीं होता कि शौचालय मरम्मत के लिए भी विधायक नींव रख रहे हैं।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर गुरकीरत सिंह ने लिखा, “हर बार वही मंत्री, वही काम। हरजोत सिंह बैंस वाकई ‘टॉयलेट किंग ऑफ पंजाब’ बनने की होड़ में हैं। ये विकास नहीं, भ्रम है।”

हालांकि, कुछ यूजर्स ने इस पहल का समर्थन भी किया। एक यूजर ने लिखा, “शौचालय खासतौर पर लड़कियों के लिए अहम सुविधा है। इतनी छोटी सी बात को बेवजह मुद्दा बना रहे हैं।” वहीं, एक अन्य यूजर माणिक गोयल ने लिखा, “बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए पट्टिकाएं लगाना ठीक है, लेकिन ऐसे छोटे कामों के लिए इससे बचा जाना चाहिए ताकि पैसे की बचत हो।”

लोग यह भी याद दिला रहे हैं कि जब भगवंत मान सिर्फ सांसद थे या जब AAP ने पंजाब में सत्ता संभाली थी तब इस तरह की शिलापट्टों से परहेज किया जाता था। उस समय जिन लोगों ने विकास कार्यों में योगदान दिया, उनके नाम तक शिलापट्टों में नहीं लिखे जाते थे।

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