अजमेर के होटल में लगी भीषण आग, 4 लोग जिंदा जल गए; कई झुलसे
अजमेर के होटल में गुरुवार को सुबह भीषण आग लग गई। इस घटना में चार लोग होटल में जिंदा जल गए। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

राजस्थान के अजमेर में दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक होटल में आग लग गई। इस आग में चार लोग जिंदा जल गए। इस घटना में कई लोगों को झुलसने की बात भी सामने आ रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोग आग लगने के बाद होटल की खिड़कियों से कूदकर भागे और अपनी जान बचाई।
वीभत्स था हादसे का मंजर
मामला अजमेर के डिग्गी बाजार का है। यहां की नाज होटल में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई। आग लगने के कारण तेजी से धुआं होटल के कमरों में भरने लगा। सूचना मिलने के बाद अफरा-तफरी मच गई। जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान जो लोग नहीं भाग पाए, वो होटल की आग में जिंदा जल गए। हादसे के समय मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि लोग अपनी जान बचाने के लिए खिड़की से बाहर निकलकर कूद गए। इस दौरान एक महिला ने अपने बच्चे को बचाने के लिए खिड़ीकी से बाहर फेंक दिया।
डिग्गी बाजार स्थित होटल में ठहरने के लिए कई टूरिस्ट पहुंचे थे। इस दौरान किराए पर होटल का कमरा लेकर सब आराम कर रहे थे। अचान आग की खबर मिलने के बाद सभी भागने की कोशिश करने लगे। ज्यादातर लोग अपनी जान बचाने में कामयाब रहे, लेकिन चार लोग उसी आग में जिंदा जल गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग एसी फटने के बाद लगी। देखते ही देखते आग ऊपर की मंजिलों तक जा पहुंची। लोग खिड़कियों से कूदने लगे। एक मां ने जब देखा कि बचने का कोई रास्ता नहीं है, तो उसने अपने डेढ़ साल के मासूम को खिड़की से नीचे फेंक दिया। नीचे खड़े लोगों ने किसी तरह बच्चे को पकड़ लिया, जिससे उसकी जान बच गई। बच्चा मामूली झुलसा है। लेकिन हर मां इतनी भाग्यशाली नहीं होती।
इस भयावह हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक चार साल का मासूम, एक 30 वर्षीय महिला, एक 20 वर्षीय युवक और नई दिल्ली के मोती नगर निवासी मोहम्मद जाहिद (40) शामिल हैं। वहीं, डेढ़ साल का इब्राहिम, कृष्णा, अल्का और धवन गंभीर रूप से झुलस गए हैं। इनका इलाज जेएलएन मेडिकल कॉलेज में जारी है। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. अनिल सामरिया ने बताया कि आठ लोग अस्पताल लाए गए थे, जिनमें चार की मौत हो गई।
होटल की लोकेशन भी इस त्रासदी को और बढ़ाने वाली साबित हुई। तंग गलियों में स्थित इस पांच मंजिला होटल तक दमकल की गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच पाईं। फायर ब्रिगेड आधे घंटे की देरी से पहुंची। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई दमकलकर्मी और पुलिसकर्मी भी धुएं और गर्मी की वजह से बेहोश हो गए।