हाई अलर्ट पर युद्धपोत, जहाजों की भी तैनाती; PAK की खटिया खड़ी करने को तैयार भारतीय नौसेना!
India Pakistan Tension: पहलगाम हमले के बाद नौसेना के इस अभ्यास का उद्देश्य नौसेना की युद्ध तत्परता और भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने की उसकी क्षमता का प्रदर्शन करना है। युद्धपोतों को भी अरब सागर में तैनात किया गया था।

India Pakistan Tension: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की तीनों सेनाएं पूरी तरह से तैयार हैं। पाकिस्तान को भारत की ओर से कभी भी हमले का डर सता रहा है। दोनों देशों में तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। इस बीच, भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपने अभियान को तेज कर दिया है। नौसेना आतंकी हमले के बाद बढ़े क्षेत्रीय तनाव के बीच समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के भीतर व्यापक अभ्यास कर रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई के रक्षा सूत्रों के अनुसार, युद्धपोत हाई अलर्ट पर हैं और जहाजों की तैनाती भी की गई है। कई एंटी-शिप और एंटी-एयरक्राफ्ट फायरिंग की गई है, ताकि युद्ध की तत्परता का प्रदर्शन किया जा सके और क्षेत्र में संभावित खतरों को रोका जा सके। इन तैयारियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि अन्य सेनाओं की तरह नौसेना भी किसी भी समय पाकिस्तान की खाट खड़ी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
भारतीय तटरक्षक बल ने भी निगरानी बढ़ाने के लिए नौसेना के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए गुजरात तट से दूर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास अग्रिम क्षेत्रों में जहाजों को तैनात किया है। इससे पहले रविवार को, भारतीय नौसेना के एक बयान के अनुसार, भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने कई सफल एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि ये फायरिंग प्लेटफॉर्म, सिस्टम और क्रू की लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमलों के लिए परिचालन तत्परता को फिर से प्रमाणित करने के लिए की गई थी।
अरब सागर में तैनात किए गए थे युद्धपोत
इस अभ्यास का उद्देश्य नौसेना की युद्ध तत्परता और भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने की उसकी क्षमता का प्रदर्शन करना है। युद्धपोतों को अरब सागर में तैनात किया गया था। पोस्ट में कहा गया है, "भारतीय नौसेना के जहाजों ने लंबी दूरी के सटीक आक्रामक हमले के लिए प्लेटफॉर्म, सिस्टम और क्रू की तत्परता को फिर से प्रमाणित करने और प्रदर्शित करने के लिए कई सफल एंटी-शिप फायरिंग की। भारतीय नौसेना किसी भी समय कहीं भी किसी भी तरह से देश के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और भविष्य के लिए तैयार है।" यह जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था।
सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का भी परीक्षण
इससे पहले, भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सूरत ने अरब सागर में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआर-एसएएम) वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण अरब सागर में पाकिस्तान नौसेना द्वारा निर्धारित सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल परीक्षण से पहले हुआ है। एमआर-एसएएम सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अन्य हवाई लक्ष्यों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी है। भारतीय नौसेना ने एक्स पर लिखा, "भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस सूरत ने समुद्र में लक्ष्य को सफलतापूर्वक निशाना बनाया, जो हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर है।"