गद्दारी की सजा तय हो! चाहे नेता का पी.ए हो या कोई बड़ा नाम, उदयपुर में गरजे केंद्रीय मंत्री शेखावत
लेकसिटी की फिजा में जहां महाराणा प्रताप जयंती की धूम थी, वहीं केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए बड़ा बयान दे डाला।

लेकसिटी की फिजा में जहां महाराणा प्रताप जयंती की धूम थी, वहीं केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए बड़ा बयान दे डाला। पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के पी.ए के जासूसी में पकड़े जाने को लेकर शेखावत ने दो टूक कहा – “राष्ट्रीय सुरक्षा से जो भी खिलवाड़ करेगा, उसे उसकी सजा जरूर मिलेगी।”
उदयपुर में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे शेखावत ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं अभी विदेश से लौटा हूं और जैसे ही यह खबर सुनी कि राजस्थान के पूर्व मंत्री के पी.ए को जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है, तो वाकई चिंता बढ़ गई। ये मामला हल्के में लेने लायक नहीं है। इसकी तह तक जाना जरूरी है।”
उन्होंने स्पष्ट कहा, “देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। चाहे वो कोई भी हो, जिसने भी इसमें भूमिका निभाई हो, उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।”
दुश्मनों को घर में घुसकर मारते हैं!
कार्यक्रम के दौरान शेखावत पूरी तरह राष्ट्रभक्ति के रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने कहा, “यह नया भारत है, जो महाराणा प्रताप की तरह कभी झुकता नहीं। हमारी सेना ने पहलगाम में हमारे माताओं-बहनों का सिंदूर मिटाने वालों को उनके घर में घुसकर मारा। यह है मोदी जी के नेतृत्व वाला भारत।”
उन्होंने महाराणा प्रताप को “वीर शिरोमणि” बताते हुए कहा कि उनके जीवन का संघर्ष, त्याग और संकल्प हमारी लोक विरासत की शान है। उन्होंने गर्व से कहा, “राजस्थान का लोक मानस आज भी प्रताप के मूल्यों को अपनी सामाजिक-सांस्कृतिक अस्मिता में बसाए हुए है।”
इतिहास को सही संदर्भ में लिखने की वकालत
इतिहास को लेकर भी शेखावत खासे मुखर दिखे। उन्होंने आरोप लगाया कि “राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के साथ वर्षों तक अन्याय हुआ है। हल्दीघाटी के युद्ध में प्रताप की विजय को पराजय बताया गया और दिवेर जैसे ऐतिहासिक युद्ध को इतिहास से गायब कर दिया गया।”
इतना ही नहीं, उन्होंने इतिहासकारों की "कथित प्रगतिशील बिरादरी" पर भी हमला बोला और कहा कि इन लोगों ने पूर्व-नियोजित तरीके से हमारे राजपुताना गौरव को नजरअंदाज किया और सरकारों ने भी इस अन्याय को संरक्षण दिया।
शेखावत का संदेश
कार्यक्रम का समापन करते हुए उन्होंने आह्वान किया कि “हमें अपने इतिहास को सहेजकर रखना होगा। विरासत और परंपराएं सिर्फ गर्व की चीजें नहीं, बल्कि प्रेरणा की स्थायी स्रोत हैं।”
शेखावत का यह बयान जहां राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर संदेश दे गया, वहीं इतिहास को लेकर भी बहस को नया मोड़ देता दिखा। अब देखना ये होगा कि सालेह मोहम्मद के पी.ए की गिरफ्तारी के बाद जांच का ऊंट किस करवट बैठता है!
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