यहां ड्रोन घूम रहे हैं लेकिन…; ड्यूटी पर तैनात था जवान; आखिरी बार बेटी से क्या कहा?
जवान की बेटी वर्तिका का बयान सामने आया है जिसमें उसने बताया था कि आखिरी बार उन्होंने बेटी से क्या बात की।
पाकिस्तान की ओर से शनिवार को भारत के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन हमले किए गए। भारतीय सेना ने इन हमलों को नाकाम किया लेकिन इसी दौरान जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में स्थित वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन के टुकड़ों की चपेट में आने के बाद ड्यूटी पर तैनात एक जवान सुरेंद्र सिंह मोगा शहीद हो गया। अब उनकी बेटी वर्तिका का बयान सामने आया है जिसमें उसने बताया कि पिता से उसकी आखिरी बार बात कब हुई थी और क्या बात हुई थी।
बेटी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, कल रात 9 बजे बात हुई थी। उन्होंने कहा, ड्रोन घूम रहे हैं लेकिन हमला नहीं कर रहे। मैं सेफ हूं और कुछ भी नहीं हो रहा यहां पर। उसने आगे कहा, पाकिस्तान को पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए। मैं अपने पिता की तरह सैनिक बनना चाहता हूं और उनकी मौत का बदला लेना चाहता हूं। मैं उन्हें एक-एक करके खत्म कर दूंगा।
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को ‘उधमपुर एयरबेस’ पर भारतीय सेना के जवान के जान गंवाने पर दुख जताया था। शर्मा ने कहा, राष्ट्र सुरक्षा का कर्तव्य-निर्वहन करते हुए ‘उधमपुर एयरबेस’ पर वीरगति को प्राप्त राजस्थान के बेटे, झुंझुनूं निवासी, भारतीय सेना के जवान सुरेंद्र सिंह मोगा की शहादत का समाचार अत्यंत दुखद है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, प्रभु श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ऊं शांति।।
इस बीच रविवार को सुरेंद्र मोगा का पैतृक गांव मंडावा तहसील के मेहरादासी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के आठ साल के बेटे दक्ष ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उपमुख्यमंत्री डा प्रेम चंद बैरवा, स्वायत शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मदन राठौड़, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सांसद बृजेन्द्र ओला, विधायक रीटा चौधरी सहित कई नेताओं ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प एवं पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और अंतिम विदाई दी।
इस दौरान शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए ग्रामीण उमड़ पड़े और हिन्दुस्तान जिंदाबाद और शहीद सुरेन्द्र कुमार अमर रहे के नारों से क्षेत्र गूंज उठा। इससे पहले शहीद का पार्थिव शरीर सुबह सैन्य सम्मान के साथ झुंझुनूं पहुंचा और मंडावा से उनके पैतृक गांव मेहरादासी तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। जिला कलेक्टर रामावतार मीणा और पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी मौजूद रहे।
एजेंसी से इनपुट