नहरों में 25 को छोड़ा जाएगा पानी, तैयारी शुरू
Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। किसानों को नहर के पानी को लेकर इस बार समस्याओं को

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। किसानों को नहर के पानी को लेकर इस बार समस्याओं को झेलना नहीं पड़ेगा। किसानों की समस्याओं को देखते हुए सिंचाई खंड प्रथम ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। कोई बड़ी दिक्कत बीच में नहीं आई तो जिले की नहरों में 25 मई को सिंचाई विभाग पानी छोड़ देगा। महराजगंज जिले में खेतों की सिंचाई के लिए करीब दो लाख किसान नहरों पर ही आश्रित हैं। समय पर नहर में पानी नहीं पहुंचने पर ये किसान प्रभावित हो जाते हैं। खेती संबंधी सारा कार्य भी रुक जाता है। देवरिया ब्रांच व मुख्य पश्चिमी गण्डक की नहरों में पानी छूटने पर नहर के किनारे स्थित खेतों में आसानी से पानी पहुंच जाता है।
गेहूं की फसल कटने के बाद इस समय किसानों द्वारा खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की खेती के लिए तैयारी की जा रही है। करीब 10 दिनों के बाद किसान धीरे-धीरे बेहन भी गिराना शुरू कर देंगे। इस बार नहर में पानी की समस्याओं को देखते हुए सिंचाई विभाग पहले से सचेत है। सिंचाई विभाग ने गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर डिवीजन के अधिकारियों से सम्पर्क करके नहर में पानी छोड़ने के लिए आम सहमति बना ली है। सिल्ट की सफाई नहीं बनेगी बाधक खरीफ सीजन में नहर में सिल्ट की सफाई किसानों के मार्ग में बाधक नहीं बनेगी। मुख्य पश्चिमी गण्डक नहर व देवरिया ब्रांच की नहर में सिल्ट अधिक नहीं होने से सिंचाई विभाग द्वारा सफाई नहीं कराया जा रही है। ऐसे में 25 मई को पानी छूटने पर धीरे-धीरे बड़ी से लेकर छोटी सभी नहरों में आसानी से पानी पहुंच जाएगा। कुलावे की सफाई किसानों को स्वयं करना होगा सिंचाई विभाग ने खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए किसानों को अभी से सचेत कर दिया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नहरों में पानी को समय से छोड़ दिया जाएगा। लेकिन यदि किसान कुलावे की सफाई स्वयं कर लें तो पानी को खेत तक ले जाने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। नहर में कई महीने तक पानी नहीं रहने से तमाम कुलावे मिट्टी से भठ जाते हैं। जिससे नहर में पानी होते हुए भी किसानों को खेत तक पानी पहुंचाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रोस्टर से नहरों में पहुंचेगा पानी सिंचाई विभाग ने रोस्टर से नहरों में पानी छोड़ने की कार्ययोजना बनाई है। 25 मई को नहरों में पानी छूटने के बाद दस दिन के लिए पानी को रोक दिया जाएगा। नहर में पानी छोड़ने व रोकने का यह सिलसिला 10 जुलाई तक लगातार चलता रहेगा। वारिश होने पर नहरों में पानी को करीब पांच महीने तक के लिए रोक दिया जाएगा। बारिश के नहीं होने पर सूखे की हालत में नहरों में पानी को दूसरी बार भी छोड़ा जाएगा। मुख्य पश्चिमी गण्डक व देवरिया ब्रांच की नहरों में पानी छोड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर डिवीजन के अधिकारियों से वार्ता कर 25 मई को नहरों में पानी छोड़ने की सहमति बना लिया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कृषि विभाग को भी अवगत कराया है। वीरेन्द्र कुमार-जिला कृषि अधिकारी
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