‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हाई अलर्ट पर राजस्थान, कई जिलों की स्कूलों में छुट्टी; 2 एयरपोर्ट भी बंद
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राजस्थान हाई अलर्ट पर है। राजस्थान के कई इलाकों में स्कूलों की छु्ट्टी कर दी गई है। प्रदेश के दो एयरपोर्ट भी अस्थायी तौर पर बंद कर दिए गए हैं।

भारत की ओर से मंगलवार देर रात पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करने के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद राजस्थान के बॉर्डर वाले जिलों बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर में स्कूलों को बंद कर दिया गया है, जबकि जयपुर समेत 28 शहरों में बुधवार को राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इस दौरान एहतियात के तौर पर 2 एयरपोर्ट को बंद रखा गया है।
बीकानेर में जिला कलेक्टर के आदेश पर बुधवार की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। हालांकि गुरुवार और आगे की परीक्षाओं को लेकर स्थिति देर शाम तक स्पष्ट की जाएगी। टीचर्स को लेकर कोई विशेष आदेश जारी नहीं हुआ है, ऐसे में उन्हें नियमित रूप से स्कूल जाना होगा। वहीं, बुधवार को प्रस्तावित मॉक ड्रिल में शिक्षकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है।
जयपुर शहर को मॉक ड्रिल के तहत ‘मध्यम संवेदनशील’ श्रेणी में रखा गया है। शाम 4 बजे राजभवन, सचिवालय, बीएसएनएल ऑफिस सहित 11 स्थानों पर एकसाथ सायरन बजने के साथ मॉक ड्रिल की शुरुआत होगी, जबकि रात 8 बजे शहर में पूर्ण ब्लैकआउट किया जाएगा। बिजली विभाग शहर की स्ट्रीट लाइट, हाईवे, टोल लाइट आदि को बंद करेगा। नागरिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इनवर्टर, मोबाइल टॉर्च और वाहनों की हेडलाइट का उपयोग न करें।
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को बैकअप पावर सिस्टम के साथ तैयार रहने के निर्देश दिए हैं, ताकि इमरजेंसी सेवाओं में कोई व्यवधान न आए। यह मॉक ड्रिल 1971 के बाद अब तक की सबसे व्यापक अभ्यास के रूप में देखी जा रही है।
जयपुर एयरपोर्ट पर भी असर देखा गया है। पाकिस्तान की सीमा के नजदीक जाने वाली चार फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। इनमें चंडीगढ़ और मस्कट की उड़ानें शामिल हैं। बीकानेर और जोधपुर एयरपोर्ट को भी एहतियातन बंद कर दिया गया है।
अजमेर दरगाह के दीवान के बेटे नसरुद्दीन चिश्ती ने एयर स्ट्राइक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ये नया भारत है जो शब्दों से नहीं, जवाबी कार्रवाई से बात करता है। यह आतंकी संगठनों और उन्हें शरण देने वाली सरकारों को सीधा संदेश है। फिलहाल राजस्थान समेत देशभर में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और आमजन से सहयोग की अपील की गई है।