सीजफायर के बीच सचिन पायलट ने याद दिलाया 1994 वाला प्रस्ताव,PoK से है कनेक्शन
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने एक बार फिर दिखाया है कि वे किसी से कम नहीं हैं। पिछले 24 घंटों में घटनाओं का क्रम तेजी से बदला है। हम इस बात से हैरान थे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा की,ऐसा पहली बार हुआ है।

7 मई से शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने पाकिस्तान को फिर एक बार नानी याद दिला दी है। 9 आतंकी ठिकानों को तबाह करने से शुरू हुआ यह ऑपरेशन पड़ोसी मुल्क के फाइटर जेट्स और कई एयरबेस तबाह करने तक जारी रहा,हालांकि शनिवार को अमेरिका के दखल के बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई। इस कदम पर भारत में दो धड़े हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी के युवा नेता सचिन पायलट भी ट्रंप के इस कदम से हैरान हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 1994 में पास हुए एक प्रस्ताव की भी याद दिलाई जिसका कनेक्शन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से है।
सचिन पायलट सीजफायर के फैसले से हैरान
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने एक बार फिर दिखाया है कि वे किसी से कम नहीं हैं। पिछले 24 घंटों में घटनाओं का क्रम तेजी से बदला है। हम इस बात से हैरान थे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा की,ऐसा पहली बार हुआ है। उस सोशल मीडिया पोस्ट में जो लिखा गया है वह ध्यान देने योग्य है। यह कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने का प्रयास है।
पीओके को लेकर आया था प्रस्ताव
राजस्थान के टोंक से विधायक सचिन पायलट ने इसके बाद आज से 30 साल पहले यानी 1994 में पास हुए एक प्रस्ताव की याद दिलाई। सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लंबे समय से मांग कर रही है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए और हमें 1994 के उस प्रस्ताव को दोहराना चाहिए जब सभी दल सर्वसम्मति से सहमत हुए और यह प्रस्ताव पारित किया कि पीओजेके भारत का अभिन्न अंग है और हम इसे वापस लेंगे।
ट्रंप का ताजा एक्स पोस्ट
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा मध्यस्थता की गई लंबी रात की बातचीत के बाद,मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं। सामान्य ज्ञान और महान बुद्धिमत्ता का उपयोग करने के लिए दोनों देशों को बधाई। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!