प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अप्रैल को वाराणसी के 50वें दौरे पर हैं। अब तक किसी नेता ने पीएम पद पर रहते अपने लोकसक्षा क्षेत्र का 50 बार दौरा नहीं किया है। पीएम मोदी कल वाराणसी यात्रा की हाफ सेंचुरी लगाते ही रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे।
काशी में 350 साल से चली आ रही बाबा विश्वनाथ और मां गौरी की पालकी यात्रा पहली बार ढंककर निकाली गई। इसे लेकर यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आक्रोश जताया और इसे काशी का अपमान कहा है।
रंगभरी एकादशी के साथ ही होली का उल्लास और चटक हो गया है। सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर से अयोध्या के रामललाऔर वृंदावन के बांके बिहारी तक होली का खास उमंग देखने को मिला। इस दौरान जनसैलाब उमड़ा रहा।
महाशिवरात्रि के मौके पर वाराणसी में निकली शिव जी की बारात पर एक होटल से नोटों की बारिश की गई। नोट लूटने के लिए अफरातफरी मच गई। हवा में उड़ते नोटों को लूटने के लिए बारात देख रहे लोगों के साथ ही बाराती बने युवकों में होड़ सी लग गई। किसी हादसे की आशंका को देखते हुए आधे घंटे बाद इसे बंद कराया गया।
महाकुंभ में आए अखाड़ों और नागा साधुओं को पास से देखने का मौका काशी वालों को भी मिलने जा रहा है। महाशिवरात्रि पर पांच अखाड़ों की एक साथ पेशवाई काशी में निकलेगी।
महाशिवरात्रि के पावन अवसर प काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य तैयारियां की जा रही हैं। इस बार VIP और सुगम दर्शन की सुविधा पूरी तरह से स्थगित रहेगा, ताकि हर भक्त को बिना किसी विशेषाधिकार के बाबा विश्वनाथ के दर्शन का समान अवसर मिल सके। 32 घंटे तक बाबा का दरबार खुला रहेगा।
वाराणसी शहर में मौजूद सभी बोर्ड के आठवीं तक की कक्षाओं में अब पांच फरवरी तक के लिए ऑनलाइन पढ़ाई होगी। डीएम ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। डीएम के आदेश के मुताबिक महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु अब वाराणसी का रुख कर रहे हैं।
नए वर्ष के आगमन में अब कुछ ही घंटे शेष हैं और इसके जश्न के लिए उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों पर धूम मची है। अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में नए साल पर नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन मिल सकेगा। काशी विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थियों की अपार भीड़ के मद्देनजर प्रवेश और निकासी की व्यवस्था बदल दी गई है। नई व्यवस्था से श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।