ऐसा भी क्या मोह? बंदी के 2 साल बाद भी आरबीआई नहीं पहुंचे ₹ 2000 के 3.13 करोड़ गुलाबी नोट
केंद्र सरकार ने 19 मई 2023 को 2000 का नोट चलन से बाहर कर दिया था। बंदी के वक्त बाजार में 3.56 लाख करोड़ के नोट घूम रहे थे। इसके 2 साल बाद भी 19 मई 2025 को शत-प्रतिशत नोट आरबीआई को नहीं मिले हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में 3.13 करोड़ नोट यानी 6.25 हजार करोड़ रुपये आरबीआई से अभी भी दूर हैं।

देश में दो हजार रुपये के नोट को चलन से बाहर हुए भले ही दो साल हो चुके हों पर गुलाबी नोट का मोह अभी भी बरकरार है। मौजूदा समय में 3.13 करोड़ नोट अभी भी तिजोरियों में बंद पड़े हैं। यानी ये नोट अब तक आरबीआई के पास वापस नहीं पहुंचे हैं। इसकी पुष्टि भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े भी कर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने 19 मई 2023 को दो हजार का नोट चलन से बाहर कर दिया था। बंदी के वक्त बाजार में 3.56 लाख करोड़ के नोट घूम रहे थे। इसके दो साल बाद भी 19 मई 2025 को शत-प्रतिशत नोट आरबीआई को नहीं मिले हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में 3.13 करोड़ नोट यानी 6.25 हजार करोड़ रुपये आरबीआई से अभी भी दूर हैं।
जनवरी से 21 लाख नोट लौटे
आरबीआई की रिपोर्ट की बात की जाए तो पिछले एक साल में नोटों की वापसी की रफ्तार काफी धीमी रही। साल भर में दबाकर रखे गए सिर्फ 79 लाख नोट ही करंसी चेस्ट तक पहुंचे। इस साल जनवरी से अब तक साढ़े पांच महीने में 21 लाख गुलाबी नोट तिजोरियों से बाहर निकले। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के सचिव प्रवीण मिश्रा का कहना है कि आखिर इतने नोट अब तक वापस क्यों नहीं लौटे, इससे कालाधन से इनकार नहीं किया जा सकता है। सरकार इस मामले में क्या कर रही है, स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।
भ्रष्टाचार की ओर संदेह
बंदी के दो साल बाद भी दो हजार के 3.13 करोड़ नोट बाजार में दबे होने होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि चलन से आउट होने के दो साल बाद भी शत-प्रतिशत गुलाबी नोटों का वापस न आना भ्रष्टाचार की आशंकाओं को बढ़ा रहा है। बावजूद इतनी बड़ी संख्या में नोटों का आरबीआई में नहीं लौटना समझ से परे है। इससे भ्रष्टाचार की ओर संदेह बढ़ता है। हालांकि आरबीआई के अधिकारी भी इसको लेकर हैरानी जताते हैं। वहीं, कानपुर में अब दिनभर में एक या दो लोग ही नोट वापसी के रिजर्व बैंक पहुंच रहे हैं। डाकघर में अब दो हजार के नोट लेकर आने वालों को लौटा दिया जाता है। उन्हें रिजर्व बैंक जाने की सलाह दी जा रही है।