RBI Policy Impact: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा के एक ऐलान के बाद गोल्ड लोन कंपनियों मुथूट फाइनेंस लिमिटेड और आईआईएफएल फाइनेंस लिमिटेड के शेयरों में बुधवार, 9 अप्रैल को 10% तक गिरावट दर्ज की गई।
छह सदस्यीय MPC ने सर्वसम्मति से रेपो रेट को 25 आधार अंक घटाकर 6% कर दिया। आइए 3 प्वाइंट में समझें आरबीआई एमपीसी के फैसलों को और यह भी जानें कि नीतिगत दरों में कटौती से आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा…
RBI Monetary Policy: ट्रंप टैरिफ के साए में आरबीआई की एमपीसी आज नीतिगत दरों का ऐलान कर दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में कटौती कर किया है।
बैंकिंग सिस्टम में सबसे ज्यादा शिकायतें लोन से संबंधित रहती है ,लेकिन बीते वित्त वर्ष में पेंशन और पैरा बैंकिंग से जुड़ी शिकायतें बढ़ी हैं, जो चिंताजनक है। बैंकों द्वारा जमा और निकासी के अतिरिक्त दी जाने वाली सेवाओं (पैरा बैंकिंग) में भी ग्राहकों को परेशान किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि पहले भी संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का मुद्दा उठाया गया, मगर इसे कभी लागू नहीं किया जा सका। हालांकि, इस बार परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने की शर्त पर लागू किया जा रहा है।
जमशेदपुर में वित्तीय साक्षरता को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक शहर में लोगों को नोटों और सिक्कों की महत्ता के बारे में जानकारी दे...
पुलवामा से पीडीपी विधायक ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘हम आरक्षण नीतियों को तर्कसंगत और निष्पक्ष बनाने की मांग में युवाओं के साथ खड़े होने के रूहुल्ला के फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हैं।’
विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में नोटों का बाजार से न लौटना कालेधन की तरफ संकेत कर रहा है। इसे सफेद करने की जुगत में ही नोट अब तक तिजोरियों में कैद हैं। 19 मई 2023 को चलन से बाहर किए गए दो हजार के नोट को अब भी रिजर्व बैंक वापस ले रहा है।
देश से बाहर रखे गए गोल्ड रिजर्व में से सितंबर 2022 से 214 टन सोना देश में आ चुका है। वित्त वर्ष 2023-24 में इसने ब्रिटेन से 100 टन से अधिक सोना घरेलू स्थानों पर वापस मंगाया था।
‘आमदनी अठन्नी-खर्चा रुपैया’ मुहावरा तो कायम है पर अठन्नी गायब हो गई है। चाय-पान के ठेलों में भी अब अठन्नी नहीं दिखती। उधर, रिजर्व बैंक के आंकड़े बता रहे हैं कि बाजार में लगभग 15 अरब अठन्नियां हैं लेकिन बाजारों में यह लेन-देन से गायब है।