सरकार की नीतियों में समावेशित हो पूरी होगी दीदियों की आकांक्षाएं
-फोटो : 45 : पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राज्य में महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में बराबर की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। राज्य में महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में बराबर की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार पिछले 20 वर्षों से सतत रूप से प्रयत्नशील है। महिलाएं समाज की मुख्यधारा में शामिल हो इसके लिए न केवल आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नए कानून भी बनाये गए जो उनके हित और सम्मान की रक्षा के लिए हैं। सरकार के द्वारा उठाये गए कई कारगर कदमों के कारण आज बिहार में महिलाओं की स्थिति पहले से बहुत बेहतर हुयी है। सेवा हो या उत्पादन क्षेत्र बिहार की महिलाएं पुरुषों से कदम ताल मिलाकर राज्य के आर्थिक विकास की गति को एक नया आकार दे रही हैं। खासकर ग्रामीण महिलाएं जिनकी अधिकाधिक संख्या अशिक्षित थी तथा रोजगार के अवसर भी बहुत कम थे, के जीवन में सरकार के प्रयासों से बदलाव साफ़ दिख रहा है। राज्य में जीविका परियोजना के लागू होने से ग्रामीण महिलाओं को एक नया धरातल मिला है। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं अपने परिवार, समाज और गाँव के विकास का मार्ग अपने स्वयं सहायता समूहों में तलाश रही हैं। पिछले 18 वर्षों में महिला सशक्तीकरण को लेकर सरकार की ओर से किये गए प्रयासों को जानने तथा महिला उन्मुख योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार एक अनूठी पहल के साथ महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। व्यापक उद्देश्य वाले इस आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हो रही हैं। वे सरकार की योजनाओं से मिले लाभ को मंच के माध्यम से साझा कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ अपने उतरोत्तर विकास में सरकार का और अधिक सहयोग चाहती हैं. अपने गाँव तथा समाज की वर्तमान व्यवस्था तथा उसके सुदृढ़ करने के प्रत्येक मुद्दे पर मुक्त रूप से अपनी आकांक्षा व्यक्त कर रही हैं। महिलाओं की एकीकृत आकांक्षाओं की ऑनलाइन प्रविष्टि की जा रही है जिसे सम्बंधित विभाग अपने अपने स्तर पर पूरा करेंगे। जिले में महिला संवाद कार्यक्रम के सातवें दिन कुल 42 जीविका महिला ग्राम संगठन में आयोजित हुआ। आज बनमनखी के पूजा ग्राम संगठन, श्रीनगर के अजमेर जीविका ग्राम संगठन, पूर्णिया पूर्व के प्रतीक ग्राम संगठन, रुपौली के सावित्री ग्राम संगठन, अमौर के खुशबू ग्राम संगठन, भवानीपुर के मन्नत ग्राम संगठन, बी. कोठी के जीवन ग्राम संगठन, जलालगढ़ के उज्जवल ग्राम संगठन समेत कुल 41 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में महिलाएं भाग ले रही हैं। वह सरकार की मदद से मिली व्यक्तिगत सफलता को बता रही है साथ ही अपने समाज को और आगे ले जाने के लिए इन उपायों की जरूरत है उसे भी साझा कर रही हैं। जीवन यापन के मुद्दे सहित आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक सरोकार के प्रति अपनी आकांक्षाओं से सरकार को रूबरू करा रही हैं। प्रभारी जिला परियोजना प्रबंधक ओम प्रकाश मंडल ने आज केनगर प्रखंड आलमनगर गाँव में गठित ख़ुशी जीविका महिला ग्राम संगठन में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में कहा कि दीदियों की जो भी आकांक्षाएं निकल कर सामने आ रही हैं। सरकार उसे अपनी नीतियों में समावेशन कर पूरा करना चाहती है। अभी तक जीविका के कुल 55 ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन किया जा चुका है। यह आयोजन 18 अप्रैल से दिन के दो पालियों में लगातार आयोजित किया जा रहा है जिसका समापन मध्य जून में कुल 2424 ग्राम संगठन में संवाद आयोजन के बाद होगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस आदि विभाग में कार्यरत महिलाएं भी इस कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी सफलता में सरकार के योगदान को रेखांकित कर रही हैं। पंचायत स्तर पर 5 सदस्यीय दल के माध्यम से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
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