Poor Road Conditions Halt School Transport in Jamui City शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार, Jamui Hindi News - Hindustan
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शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार

शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धारशहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार

Newswrap हिन्दुस्तान, जमुईFri, 25 April 2025 04:26 AM
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शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार

शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार

शहर के कई सड़कों का नही हो सका जीर्णोद्धार

जर्जरनुमा सड़क से गुजरते हैं वाहन चालक

विकास से अछूता है वीर कुंवर सिंह कॉलोनी

हल्की बारिश के बाद स्कूल वाहन का परिचालन हो जाता है ठप

फोटो-12,13- चित्रगुप्त कॉलोनी चौक से हांसडीह जाने वाली सड़क का हाल जिस पर चारपहिया वाहन का परिचालन है ठप

जमुई। निज प्रतिनिधि

जमुई शहर के एक वार्ड में हल्की बारिश के बाद ही उस मुहल्ले की सड़कों पर चार पहिया वाहन व लग्जरी वाहनों का प्रवेश बंद हो जाता है। ऐसा हाल शहर के वार्ड संख्या नौ और ग्यारह के बीच पड़ने वाला जीवन ज्योति स्कूल से हांसडीह जाने वाली सड़क की है। इस भीषण गर्मी में भी सड़क पूरी तरह कीचड़नूमा बना हुआ है। छोटे चारपहिया वाहन, स्कूल वाहन सड़क की स्थिति देखकर स्वत: वापस लौटने में ही भलाई समझते हैं। नतीजा है कि इस सड़क के किनारे बसने वाले लोगों के बच्चे या तो पैदल स्कूल जा रहे हैं या स्कूल छोड़ने पर मजबूर है। जानकारी के अनुसार इस सड़क का निविदा कार्य पूर्ण कर विभाग ने संवेदक को कार्य पूरा करने का पत्र जारी किया। संवेदक ने ज्योंहि कार्य शुरू किया स्थानीय कुछ लोगों ने नप में आवेदन और एसडीएम के न्यायालय में वाद दायर कर दिया। नतीजा हुआ कि काम कर रहे संवेदक को स्थानीय थाने की पुलिस ने फैसला आने तक काम न करने का सलाह दे दिया। फैसला के इंतजार में संवेदक ने काम ठप कर दिया। अब संवेदक के साथ-साथ मुहल्ले के लोग भी उहापोह में हैं। सड़क की खुदाई में निकले मिट्टी और मेटेरियल किनारे होने की बजह से हर दिन छोटे-छोटे बच्चे गिरते पड़ते नजर आते हैं। कई दिन चारपहिया वाहन, स्कूल वाहन, पानी का जार पहुंचाने वाला, दूध वाहन, ई-रिक्शा फंस चुके हैं।

जल्द हो कार्य, प्रशासन से है उम्मीद

स्थानीय लोगों का कहना था कि एसडीएम कार्यालय में दर्ज कराए गए वाद में न्यायालय के द्वारा जो भी फैसला हो उसका मुहल्ला वासी स्वागत करेंगें। लेकिन जल्द ही इस पर ध्यान दे। एक दिन इस सड़क का हाल जानने के लिए एसडीएम साहब को भी आने की जरूरत है। चुंकि नगर परिषद के पदाधिकारी इस मामले में पूरी तरह पल्ला झाड़ रहे हैं। मुहल्ले के बच्चे स्कूल जाने से वंचित हो रहे हैं। सड़क से छोटे चारपहिया का परिचालन बंद सा हो गया है। मुहल्ले वासियों ने एसडीएम से इस सड़क में आयी तकनीकी अड़चन को दूर करने की मांग की है।

क्या कहते हैं पदाधिकारी

इस मामले में मेरे विभाग की ओर से कुछ भी नहीं किया जा सकता है। मामला एसडीएम न्यायालय का है। जो भी निर्णय होगा वहीं से होगा।

प्रियंका गुप्ता, इओ नगर परिषद जमुई।

पहलगाम घटना के विरोध में नवयुवक संघ ने पाक का पुतला फूंका

फोटो-9-पुतला फूंकते युवक

झाझा, निज संवाददाता

पहलगाम हमले के विरोध में अपने गुस्से व आक्रोश का इजहार करते हुए स्थानीय नव युवक संघ नामक संगठन के द्वारा गुरुवार को एक पड़ोसी मुल्क का पुतला फूंका गया। संघ के संयोजक गौरव सिंह राठौड़ की अगुवाई में लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए बस स्टैंड के समीप पाकिस्तान का पुतला जलाकर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। राठौड़ ने पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि 27 पर्यटकों का बलिदान कभी जाया होने नहीं दिया जाएगा और आतंकवादियों को इसका हिसाब चुकाना पड़ेगा। कहा, भारत सरकार अविलंब आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और उन्हें पनाह देने वाले पाकिस्तान को भी करारा जवाब दे। इसके बाद कार्यकर्ताओं के द्वारा शांतिपूर्ण विरोध रैली निकाली गई जो बस स्टेंड से सोहजाना तक गई। लोगों ने घटना की निंदा की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति दुख प्रकट करते हुए दो मिनट का मौन भी रखा।

इको क्लब फॉर मिशन लाइफ के पोर्टल पर विद्यालयों का कराना होगा पंजीयन

झाझा, नगर संवाददाता

इको क्लब फॉर मिशन लाइफ के लिए विकसित पोर्टल पर विद्यालयों को पंजीयन कराना होगा। इसके साथ ही विद्यालय स्तर पर किए जाने वाले गतिविधियां सुनिश्चित कराना होगा। इस आशय को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार ने प्रारंभिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देशित किया है। राज्य परियोजना निदेशक बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के पत्रांक-1724 दिनांक 12 अप्रैल 2025 के प्रसंग में राज्य के सरकारी विद्यालयों में अध्यनरत विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने तथा सार्थक पर्यावरणीय गतिविधियों और परियोजनाओं में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु विद्यालयों में इको क्लब फोर मिशन लाइफ का गठन किए जाने की बात बताई है। विद्यालयों में इको क्लब के तहत संचालित गतिविधियों को सुव्यवस्थित और प्रलेखित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा एक समर्पित पोर्टल विकसित किए जाने की जानकारी दी है। दिनांक 23 अप्रैल को शिक्षा मंत्रालय द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई समीक्षा बैठक में निर्देश दिया गया कि सर्वप्रथम उल्लेखित पोर्टल पर विद्यालयों में संपन्न किए गए गतिविधियों से संबंधित आलेख फोटोग्राफ वीडियो क्लिप प्रेस कतरन आदि को नियमित रूप से अपलोड किया जाएगा। आगे लिखा है कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा उल्लेखित पोर्टल पर पंजीयन आदि के संदर्भ में 30 अप्रैल 2025 तक प्रत्येक दिवस को प्रात: 9:00 बजे से 11:00 बजे तक की अवधि में ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया जा रहा है।

तापमान बढ़ने से गिरने लगे टिकोले, किसान चिंतित

फोटो-11-झाझा प्रखंड के एक बगीचे में आम का टिकोले से लदा पेड़

झाझा, निज प्रतिनिधि

तापमान में वृद्धि होते ही बगीचों में आम के टिकोले के गिरने का सिलसिला जारी है। अप्रैल के पहले पखवाड़े में तापमान सामान्य था। बारिश होने से तापमान में गिरावट हुई थी। फिर पिछले एक हफ्ते से मौसम की चाल में बदलाव दिख रहा है। किसानों ने बताया कि जिसके कारण चैत मास की वर्षा ने आम और लीची सहित विभिन्न फलदार वृक्षों में फलों को रोग ग्रस्त कर दिया। किसानों ने बताया कि हालांकि बागीचों की भूमि में नमी बना हुआ है। पुरबा हवा बहने से एवं धूप कड़ी होने से आम के टिकोले असमय गिर रहा है। किसान आम पेड़ के नीचे टिकोला की संख्या देखकर चिंतित है। किसान टिकोले के गिरने की रफ्तार को रोकने के लिए उद्यान विशेषज्ञ से जानकारी जुटा रहे है। वैज्ञानिकों ने बताया कि आम में गुठली बनने तक अधिक संख्या में टिकोले रहते है।

लेकिन एक आम के बड़े आकर परिपक्व होने के लिए सौ हरे पत्ते से पोषित होता है। इस स्थिति में आम के एक मंज़र में एक हजार तक फल के लिए सक्रिय होता है। फिर छोटे आकार के टिकोले वृक्ष के स्थिति के मुताबिक फलों को गिरा देते हैं, यह एक प्राकृतिक क्रिया स्वत: चलता रहता है। कुछ पिछात किस्मों के टिकोले मटर के आकार से भी छोटे होते हैं। बारिश की बौछारें, हवा के तेज बहाव और पत्थर गिरने से टिकोले चोटिल होती है। जिसका प्रभाव एक माह से अधिक समय तक रहता है। धीरे-धीरे चोट लगने वाला फल गिरने लगता है। विशेषज्ञ ने बताया कि आम, लीची, निंबू, कटहल आदि के टिकोले के

ड्रॉपिंग से बचाव के लिए शाम के समय के प्लानोफिक्स हार्मोन नाम की दवा एक एमएल पांच लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करने से फलों को असमय गिरने में रोकथाम लगाया जा सकता है।

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