लखनऊ लोकबंधु अस्पताल में आग के बाद मरीजों की भर्ती बंद, जांचें भी ठप, OPD में देखे जा रहे मरीज
- राजधानी लखनऊ में लखनऊ लोकबंधु अस्पताल में भीषण आग के बाद मरीजों की भर्ती बंद कर दिया गया है। जांचें भी ठप कर दी गईं। सिर्फ ओपीडी में मरीज देखे जा रहे हैं।

लखनऊ में आशियाना के लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में आग की घटना के बाद मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है। ओपीडी में मरीज देखे जा रहे हैं। ज्यादातर पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी जांचें भी ठप हो गई हैं। मरीजों को तीन दिन की ही दवा देने के निर्देश दिए गए हैं।
सोमवार रात लोकबंधु अस्पताल में भीषण आग लग गई थी। छितवापुर के मरीज रामकुमार प्रजापति (61) की मौत हो थी। साथ ही अस्पताल में भर्ती सभी 225 मरीजों को बलरामपुर, सिविल, डफरिन, लोहिया व केजीएमयू में भर्ती कराया गया। बहुत से मरीजों को घर जाने की सलाह दी गई थी। आग की वजह से अस्पताल में काफी सामान जल गया। मरीजों के इलाज संबंधी दस्तावेज, दवाएं, पैथोलॉजी जांच में इस्तेमाल होने वाले रसायन, किट व उपकरण आदि फुंक गए हैं।
तीन दिन की दवा देने के आदेश
मंगलवार को ओपीडी खुली, लेकिन घटना की जानकारी होने की वजह से मरीजों की संख्या काफी कम रही। फिलहाल ओपीडी में मरीजों को देखने के निर्देश दिए गए हैं। मरीजों की जांचें नहीं हो पा रही हैं। मरीजों को तीन दिन की ही दवा देने के लिए कहा गया है। हालांकि डायबिटीज, गठिया, दिल जैसी बीमारी से पीड़ितों को अधिक दिन की दवाएं दी जा रही हैं।
इमरजेंसी में मरीजों की भर्ती ठप
घटना की वजह से अस्पताल में तमाम अव्यवस्थाएं फैल गई हैं। संसाधनों का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। बेड से लेकर दवाओं तक की किल्लत हो गई है। नतीजतन मरीजों की भर्ती ठप कर दी गई है। इरमजेसी में मरीजों को प्राथमिक इलाज उपलब्ध कराकर दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इलाज की स्थिति सामान्य होने में कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है। लोकबंधु के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी का कहना है कि आग लगने का कारण शार्ट सर्किट लग रहा है। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।