अखिलेश यादव को मिला पीएम मोदी के 'कटप्पा' का साथ, भाजपा और ओपी राजभर के खिलाफ बनेंगे हथियार
ओपी राजभर के बेहद करीबी रहे महेंद्र राजभर ने शुक्रवार को अखिलेश यादव की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली। 2017 के विधानसभा चुनाव में महेंद्र राजभर का प्रचार करने पहुंचे पीएम मोदी ने बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ कटप्पा बताते हुए जीताने की अपील की थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा के जिस नेता को कटप्पा बताकर विधानसभा चुनाव में जीताने की अपील की थी वह शुक्रवार को अखिलेश यादव की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गया। बात हो रही है सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के बेहद करीबी रहे महेंद्र राजभर की। 2017 के विधानसभा चुनाव में मऊ सदर से बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ सुभासपा ने महेंद्र राजभर को मैदान में उतारा था। पीएम मोदी भी सुभासपा के लिए प्रचार करने पहुंचे थे और महेंद्र राजभर को बाहुबली के खिलाफ कटप्पा बताते हुए उनका प्रचार किया था।
बाद में महेंद्र राजभर ने ओपी राजभर पर कई आरोप लगाते हुए सुभासपा छोड़ दी थी और अपनी पार्टी बना ली थी। महेंद्र राजभर के अलग होने से सुभासपा को पूर्वांचल में बड़ा झटका लगा था। राजभर बहुल घोसी उपचुनाव में सुभासपा के समर्थन के बाद भी भाजपा की हार और घोसी लोकसभा चुनाव में ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर की हार के पीछे भी महेंद्र राजभर को बड़ा कारण माना गया था। महेंद्र राजभर की घोसी, बलिया और गाजीपुर में मजबूत पकड़ बताई जाती है। माना जा रहा है कि महेंद्र राजभर पूर्वांचल में भाजपा और ओपी राजभर की सुभासपा के लिए बड़ा हथियार बनेंगे।
महेंद्र राजभर के समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर अखिलेश यादव ने भी बड़ा ऐलान किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि 2027 में सपा की सरकार बनने पर लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पर महाराज सुहेलदेव की भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी। इस दौरान एक बार फिर अखिलेश ने जातीय जनगणना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। सीएम योगी का पुराना वीडियो चलाकर दिखाया और कई तंज कसे। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोग जातीय जनगणना के बारे में क्या बोलते थे। उनके पुराने बयान देखिए। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन आगे बढ़ता रहेगा, कोई नहीं भटका सकता है। हम लोग बीजेपी से सावधान है।
कट्टर समर्थकों के लिए मदरसों पर कार्रवाई
अखिलेश ने कहा कि भाजपा के वोटों का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है। इससे यह लोग घबराए हुए हैं। अपने कट्टर समर्थकों को एकजुट रखने के लिए और वोटरों को संभालने के लिए मदरसों पर कार्रवाई और वक्फ बिल जैसे मामले लाए जा रहे हैं। घर का नक्शा पास हैं या नहीं यह पुलिस का काम नहीं है लेकिन नफरत फैलाना है और अपने समर्थकों को एकजुट रखना है तो सांसद के घर का नक्शा खोज रहे हैं। अखिलेश ने पूछा कि आखिर उस घर को बनने किसने दिया था। कहा कि सबसे ज्यादा अवैध निर्माण तो भाजपा के लोगों का है।