मुख्तार का साया बनकर साथ रहता था अनुज, एक आदेश पर घटनाओं को अंजाम देता था शॉर्प शूटर
- झारखंड के जमशेदपुर में एनकाउंटर में मारा गया बदमाश अनुज कन्नौजिया माफिया मुख्तार अंसारी के साथ लंबे समय तक रहा। वह हमेशा मुख्तार का साया बनकर रहा। उसके एक आदेश पर बड़ी से बड़ी घटनाओं को अंजाम दे देता था।

झारखंड के जमशेदपुर में एनकाउंटर में मारा गया बदमाश अनुज कन्नौजिया माफिया मुख्तार अंसारी के साथ लंबे समय तक रहा। वह हमेशा मुख्तार का साया बनकर रहा। उसके एक आदेश पर बड़ी से बड़ी घटनाओं को अंजाम दे देता था। ठेका, वसूली जैसे बड़े टास्क के लिए अनुज ही मुख्तार की पहली पसंद था। मुख्तार की मौत के बाद उसने नया गैंग बनाकर वारदातें कर रहा था। आईएस (191) गैंग का सरगना मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर रहा अनुज कन्नौजिया सदैव मुख्तार के आसपास ही मौजूद होता था। मुख्तार के जेल में रहने के दौरान भी वह उसके साथ साया बनकर रहता था।
गैर जिलों के जेलों में होने के बाद भी अनुज का सम्पर्क मुख्तार से बना रहता था। जब मुख्तार पंजाब की जेल में था, उस वक्त भी फरारी काट रहा अनुज उसके ईंद-गिर्द घूमता था। वह जेल में भी मुख्तार के साथ रह चुका था। अनुज पूर्वांचल समेत पंजाब और हरियाणा और झारखंड में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया। मुख्तार के गाजीपुर और लखनऊ जेल में रहने के दौरान अक्सर अनुज मिलने पहुंच जाता था। मुख्तार के निर्देश पर ही वह बड़ी घटनाओं को अंजाम देता था। उसके कारोबार को भी अनुज ही सम्भालता था। ठेकों में आड़े आने वाले प्रतिद्वंद्वियों को ठिकाने लगाने में सबसे आगे अनुज ही था। ठेके को लेकर ही मन्ना सिंह की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता मुख्तार के साथ अनुज संलिप्त रहा है। एक फोन ही अनुज का लोगों के लिए काफी होता था।
एनकाउंटर के डर से गुमनाम जिंदगी जीने लगा था
जैसे-जैसे सत्ता पर मुख्तार की पकड़ ढीली होती गई अनुज भी गुमनाम जिंदगी जीने लगा था। उसने प्रदेश छोड़कर गैर राज्यों की ओर रुख कर लिया था। बताते हैं कि उसने काफी दिनों तक नेपाल में भी शरण ले रखा था। लेकिन एसटीएफ उसके पीछे हमेशा लगी रही। जब तक वह अपने पत्नी और बच्चों से दूर रहा तब तक एसटीएफ की पकड़ से बाहर रहा।
कुछ साल से पत्नी की आड़ में करने लगा था अपराध
दुर्दांत अनुज अपनी पत्नी रीना राय के साथ मिलकर अपराध करने लगा था। पत्नी के ही मोबाइल से रंगदारी और धमकाने जैसी बड़ी घटनाओं को अंजाम देता था। मार्च 2023 को मऊ के कालेज के प्रबंधक से एक लाख की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने अनुज की पत्नी रीना राय को गिरफ्तार किया था। उस समय रीना झारखंड प्रांत के राहरगवा बाड़ी गोड़ा थाना परशुडीह जनपद पूर्वीसिंह भूमि जमशेदपुर में अपनी ननद के पास रह रही थी।
अनुज के नाम पर पत्नी और जीजा देते थे धमकी
अनुज कन्नौजिया ने एक नायाब तरीका खोज निकाला था। कहीं से उसका नाम सामने न आए इसके लिए वह अपनी पत्नी और जीजा से धमकी दिलाने का काम कराता था। अनुज की पत्नी रीना राय और उसके बहनोई फोन कर धमकाने का काम करते थे। जब मामला नहीं बनता था तो पास में मौजूद अनुज खुद फोन से जान से मारने की धमकी देने लगता था। इस तरह की घटनाएं जब बढ़ने लगीं तो एसटीएफ और स्थानीय पुलिस जाल बिछाकर उसके लोकेशन को ट्रेस करने लगी।
बहन और बहनोई ने अनुज के शव की किया पहचान
मऊ। अनुज कन्नौजिया के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसकी बहन और बहनोई ने एसटीएफ और पुलिस के साथ जाकर मौके पर शव की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चिरैयाकोट थानाध्यक्ष योगेश यादव ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम तीन बजे के बाद शुरू हुआ है। देर रात तक उसके बहन और बहनोई शव लेकर बहलोलपुर गांव में पहुंचेंगे। इसके बाद परिजन दाह संस्कार करेंगे।