लक्कड़ शाह के उर्स मेले पर रोक से जायरीनों में मायूसी
Bahraich News - मिहींपुरवा में कतर्नियाघाट वन्य जीवविहार की मुर्तिहा रेंज में दरगाह हजरत सैय्यद मो. हाशिम अली शाह की मजार पर सालाना मेले और उर्स पर वन विभाग ने रोक लगा दी। इससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना दर्शन...

मिहींपुरवा, संवाददाता। कतर्नियाघाट वन्य जीवविहार के मुर्तिहा रेंज में स्थित दरगाह हजरत सैय्यद मो. हाशिम अली शाह उर्फ लक्कड़ शाह की मजार पर लगने वाले सालाना मेले और उर्स पर वन विभाग की रोक से जायरीनों में मायूसी छा गई। शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को बिना दर्शन वापस होना पड़ा। जायरीनों को रोकने के लिये वन विभाग ने मोतीपुर, बेलछा ,बिछिया सुजौली समेत सभी रास्तों को बैरियर लगाकर बंद कर जायरीनों को दरगाह जाने से रोका। मेला परिसर में श्रद्धालुओं को रोकने के लिए पुलिस कर्मी पीएसी एसएसबी के जवानों को तैनात किया गया है। वन विभाग के इस फैसले के बाद जियारत करने पहुंचे जायरीनों में नाराजगी देखी गई।
दरगाह कमेटी के सदस्य रईस अहमद ने कहा कि इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। वहीं जायरीनों को रोकने के लिए जगह-जगह बैरियर भी लगाए गए हैं। दरगाह पर सालाना मेले के मुख्य धार्मिक कार्यक्रम कुल शरीफ को भी वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने होने दिया जिससे लोगों में रोष है। डीएफओ कतर्नियाघाट बी शिवशंकर ने बताया कि लक्कड़ शाह के सलाना मेले और उर्स के लिए जिला प्रशासन व वन विभाग से अनुमति नहीं लिया गया। बिना अनुमति कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कोर जोन एवं टाइगर हेबिटेट जोन में किसी के प्रवेश की और न ही किसी भी प्रकार की कोई गतिविधि की अनुमति है। इसलिए वन विभाग ने लक्कड़ शाह के स्थान पर भीड़ के साथ जाने और वहां रुकने नहीं दिया। जियारत करने के लिए जरायीनों को नियत रास्ते से जाने आने के लिए कोई रोक नहीं था।
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