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मेडिकल की 21 फर्जी डिग्रियां और 9 विश्‍वविद्यालय, सरकारी डॉक्‍टर की गिरफ्तारी से बड़ा खुलासा

  • गोरखपुर में पकड़े गए डॉ. राजेश कुमार ने राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी, कर्नाटक् से MBBS की डिग्री बनवाई थी। डॉक्टर के पास से इस यूनिवर्सिटी की 3 डिग्रियां मिली हैं। मेडिकल की 21 फर्जी डिग्रियों का देश के 9 विश्वविद्यालयों से सत्यापन कराने के लिए पुलिस की टीमें रवाना हो गईं हैं।

Ajay Singh लाइव हिन्दुस्तानMon, 3 March 2025 11:01 AM
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मेडिकल की 21 फर्जी डिग्रियां और 9 विश्‍वविद्यालय, सरकारी डॉक्‍टर की गिरफ्तारी से बड़ा खुलासा

Fake Medical Certificate: मेडिकल की 21 फर्जी डिग्रियों का देश के नौ विश्वविद्यालयों से सत्यापन कराया जाएगा। विश्वविद्यालयों से संपर्क के लिए रविवार को गोरखपुर पुलिस की टीमें रवाना हो गईं। शहर के खोराबार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर और उसके साथी के पास से पुलिस को लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, शिकोहाबाद और छत्तीसगढ़ की यूनिवर्सिटी के नाम पर बनी डिग्रियां मिली हैं। इन विश्वविद्यालयों से साक्ष्य-जानकारी जुटाकर पुलिस टीम रिपोर्ट तैयार करेगी। इस आधार पर इसमें संलिप्त अन्य आरोपियों के नाम भी केस में शामिल किए जाएंगे।

खोराबार में पकड़े गए डॉ. राजेश कुमार ने राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी, कर्नाटक् से एमबीबीएस की डिग्री बनवाई थी। डॉक्टर के पास से इस यूनिवर्सिटी की तीन डिग्रियां मिली हैं। इसके अलावा आयुर्वेदिक तथा यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड, लखनऊ की दो, ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चुरू, राजस्थान की दो, उत्तर प्रदेश फार्मेसी कांउसिल की एक, आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिर्सिटी की दो, जेएस विश्वविद्यालय, शिकोहाबाद की चार, आयुष एंड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ छत्तीसगढ़ की एक, आईएफटीएम यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की तीन और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक की एक फर्जी डिग्री मिली है।

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डॉक्टर के साथी सुशील चौधरी के पास से आयुर्वेदिक तथा यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड, उत्तर प्रदेश बोर्ड की एक और चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ की एक फर्जी मेडिकल डिग्री मिली है। इन विश्वविद्यालयों/संस्थाओं में जाकर पुलिस साक्ष्य एकत्रित करेगी।

24 फरवरी को पकड़ा गया था डॉक्टर और साथी

खोराबार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर संविदा पर तैनात एम्स क्षेत्र के आवास विकास कालोनी निवासी डॉ. राजेश कुमार और इसके साथी संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद कोतवाली थाना के पठान टोला निवासी सुशील कुमार चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

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सरगना की तलाश कर रही पुलिस

पुलिस की जांच में सामने आया है कि डॉक्टर और उसका साथी झांसा देकर लोगों से रुपये एंठते थे। इसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बैठा सरगना रुपये लेकर मेडिकल की फर्जी डिग्री छपवाकर देता था। पुलिस ने सरगना की पहचान भी कर ली है और एक टीम लगातार उसकी तलाश में लगी है। उसके गिरफ्त में आने के बाद पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकेगा।

क्‍या बोली पुलिस

एसपी सिटी अभिनव त्‍यागी ने बताया कि मेडिकल की फर्जी डिग्री की जांच करने के लिए पुलिस टीम को देश के नौ विश्वविद्यालयों के लिए रवाना किया गया है। पूछताछ के आधार पर पुलिस टीम रिपोर्ट तैयार करेगी और अन्य संलिप्तों के नाम भी केस में शामिल किए जाएंगे फरार चल रहे फर्जी डिग्री छापने वाले सरगना के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।