Bulandshahr Photographers Demand GST Reduction on Cameras Amid Online Competition बोले बुलंदशहर: फोटोग्राफरों की चकाचौंध हो रही कम, Bulandsehar Hindi News - Hindustan
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बोले बुलंदशहर: फोटोग्राफरों की चकाचौंध हो रही कम

Bulandsehar News - बुलंदशहर में फोटोग्राफरों ने शादी और अन्य आयोजनों में फोटोग्राफी की भूमिका की अहमियत बताई। ऑनलाइन प्रतियोगिता के कारण इस व्यवसाय में दबाव बढ़ रहा है। फोटोग्राफरों ने सरकार से कैमरों पर जीएसटी कम करने...

Newswrap हिन्दुस्तान, बुलंदशहरFri, 4 April 2025 06:15 PM
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बोले बुलंदशहर: फोटोग्राफरों की चकाचौंध हो रही कम

बुलंदशहर। शादी-विवाह से लेकर बच्चों के जन्मदिन, विवाह दिवस सहित अन्य सभी कार्यक्रमों में फोटोग्राफरों की भूमिका काफी अहम होती है। जिले में फोटोग्राफरों की ठीक-ठाक संख्या है और इस कारोबार ने कई अन्य लोगों को भी रोजगार देने का काम किया है। ऑनलाइन के चलन से इस कारोबार की चमक-दमक भी कम हो रही है। कैमरों के दाम दिन-प्रतिदिन हाई हो रहे हैं। ऐसे में इस तबके ने सरकार से मांग की है कि कैमरों पर लगने वाली जीएसटी को कम किया जाए। साथ ही जो फोटोग्राफर शादी-विवाह या अन्य रस्म में वीडियो व फोटोग्राफी करने जाते हैं, उनके लिए आई कार्ड की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि उन्हें सड़क पर किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो। कुछ वर्षों तक शहर में 40 से अधिक फोटो स्टूडियो होते थे। ब्लैक एंड व्हाइट दौर से लेकर अब स्टूडियों का कारोबार डिजिटल और अत्याधुनिक मशीनों पर पहुंच गया है। इस वजह से जो फोटोग्राफर टेक्नोलॉजी को नहीं सीख पाए तो उन्होंने इस कारोबार को बंद कर दिया। अब शहर में सिर्फ 15 के आसपास स्टूडियो हैं। फोटोग्राफरों की समय-समय पर बैठक होती है और उनकी समस्याओं के समाधान करने के लिए बुलंदशहर फोटोग्राफर एसोसिएशन भी बनी हुई है।

हिन्दुस्तान से चर्चा करते हुए फोटोग्राफरों ने बताया कि जब से ऑनलाइन का चलन चला है तब से इस कारोबार में अधिक टेंशन हो गई है। क्योंकि सोशल मीडिया पर कई ऐसे एप आ गए हैं, इन एप को संचालित करने वाले लोग शादी-विवाह की एडवांस बुकिंग ले लेते हैं। जिसके बाद वह वीडियो और फोटोग्राफी करने के लिए आते तो हैं, लेकिन एल्बम आदि आयोजक तक नहीं पहुंचा पाते। इसकी बड़ी वजह यह है कि यह लोग लोगों को शाही सूट करने का झांसा देते हैं और फिर ग्राहकों से ऑनलाइन ही पूरा पेमेंट जमा करा लेते हैं। उनकी सबसे बड़ी समस्या एक और है। अब स्टूडियों में जिन कैमरों का प्रयोग हो रहा है, वह काफी महंगे आ रहे हैं। जिन पर जीएसटी भी अधिक लगती है। ऐसे में सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे डिजिटल कैमरों के दाम कम हो सके। इस व्यवस्था से फोटोग्राफरों का कारोबार बेहतर संचालित हो सकेगा।

अब ड्रोन से हो रहा है फायदा

अब से पहले तक शादी-विवाह में फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर सिर्फ वहां आने वाले मेहमानों के फोटो शूट करते थे और उन्हें बुकिंग करने वाले लोगों को दिखाकर पसंद कराकर निगेटिव के माध्यम से बनाते थे। अब जब से स्टूडियो में आधुनिक मशीन और संसाधन उपलब्ध हो गए हैं तो इससे फोटोग्राफर का कारोबार करने वाले लोगों के दिन भी बदले हैं। फोटोग्राफरों का कहना था कि आजकल शादी-विवाह में ड्रोन की मदद से वीडियोग्राफी की क्वालिटी में बेहतर काम हो रहा है। इस समय जो फोटोग्राफर या वीडियोग्राफर टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है, वह तो कामयाब हो रहा है। जो लोग टेक्नोलॉजी को सीखना पसंद नहीं कर रहे,वह आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।

फोटोग्राफरों का भविष्य उज्जवल, नए-नए युवाओं को आना चाहिए आगे

फोटोग्राफरों व वीडियोग्राफरों का कहना है कि इस कारोबार को करने वाले लोगों का भविष्य काफी उज्जवल है। युवाओं को इस पेशे में आना चाहिए। इसके लिए सरकार को भी नए-नए कोर्स चलाने चाहिए। स्किल प्रोग्राम बनने चाहिए और युवाओं को अधिक से अधिक इस कारोबार से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। ऐसा होने से युवाओं में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी का चलन बढ़ेगा। क्योंकि आने वाले दिनों में इस कारोबार में नई-नई टेक्नोलॉजी आने वाली है। क्योंकि अब लोग प्री-वेडिंग शूट को भी तव्वजो दे रहे हैं। ऐसे में जब यह चलन बढ़ेगा तो फोटोग्राफरों को विदेश घूमने का भी मौका मिल सकेगा।

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60 वर्ष से ऊपर के फोटोग्राफर को मिलनी चाहिए पेंशन

बुलंदशहर फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा का कहना है कि इस पेशे से काफी पुराने और नए लोग जुड़े हुए हैं। हमारी मांग है कि जो फोटोग्राफर 60 वर्ष की आयु के हो चुके हैं उनको पेंशन का प्रावधान होना चाहिए। ऐसा होने से वह अपना तो गुजर-बसर कर ही सकते हैं। क्योंकि इस उम्र में उन लोगों से काम नहीं हो पाता। जिस कारण उन्हें घर-परिवार का भरण-पोषण करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। फोटोग्राफर को यदि कामगार ही मान लिया जाएगा तो सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ भी इन्हें मिल पाएगा। इसलिए सरकार और प्रशासन के अधिकारियों को इस समस्या की ओर ध्यान देना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि फोटोग्राफर के पेशे से जुड़े लोगों के लिए पेंशन का प्रावधान बनाना चाहिए।

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डाटा सुरक्षित रखने को बनाया गया सर्वर कक्ष

बुलंदशहर फोटोग्राफर एसोसिएशन के सचिव सुशील शर्मा का कहना है कि आजकल आधुनिक दौर चल रहा है। हर कोई ऑनलाइन के पीछे ही भाग रहा है। उन्होंने अपने स्टूडियो में लाखों रुपये की कीमत का सर्वर लगाया है। जिसमें वह पुराने से पुराना डाटा भी वर्षों तक सुरक्षित रख सकते हैं। नई-नई टेक्नोलॉजी स्टूडियो कारोबार में आ रही है। मेरा मानना है कि हर फोटोग्राफर व वीडियोग्राफर को नई-नई टेक्नोलॉजी को सीखना चाहिए और कारोबार को आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए। साथ ही अधिक से अधिक युवाओं को इस पेशे से जोड़ने की कोशिश भी करते रहना चाहिए।

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आईडी कार्ड बनने से फोटोग्राफरों को होगा बहुत फायदा

अजय शर्मा का कहना है कि फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर जब शहर से बाहर शूट करने के लिए जाते हैं तो अक्सर यातायात के जवान उन्हें अनायास ही परेशान करने का काम करते हैं। यदि फोटोग्राफरों के भी आईडी कार्ड बन जाएंगे तो वह यह बता सकते हैं कि वह किसी समारोह को कवर करने के लिए जा रहे हैं। इससे बड़ा फायदा होगा। हालांकि बात पेशे में परेशानी की करें तो एक्सपोजिंग की वजह से स्टूडियो को नुकसान हो रहा है। पहले ब्लैक एंड व्हाइट का दौर था तो लोग नेगेटिव देखकर फोटो को चुनकर उसे स्टूडियो पर बनवाते थे। अब तो जरा सा कोई फंक्शन घर में होने लगे तो फोटोग्राफर को कम मोबाइल पर ही फोटो खींचकर उन्हें स्टूडियो पर बनवाने के लिए अधिक कस्टयूमर आते हैं।

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फोटोग्राफरों के मन की बात

ऑनलाइन एप ग्राहकों को भ्रमित करते हैं। ऐसे लोग ग्राहकों को जल्द झांसे में लेकर उनसे ऑनलाइन पेमेंट पहले ही जमा करा लेते हैं। जिससे इस कारोबार पर असर पड़ता है।

-सुधीर शर्मा

फोटो और वीडियोग्राफी में जो कैमरों का प्रयोग होता है। उन पर जीएसटी को कम करना चाहिए। क्योंकि बाजार में हर दिन नई टेक्नोलॉजी के कैमरे आ रहे हैं।

-सुशील कुमार शर्मा

दिन-प्रतिदिन महंगाई बढ़ रही है। इससे फोटोग्राफर व वीडियोग्राफरों के पास बुकिंग कम ही आ रही है। इससे भी व्यापार को नुकसान हो रहा है।

-अजय शर्मा

युवाओं को अधिक से अधिक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के पेशे में आने के लिए सरकार को नए-नए कोर्स का प्रावधान करना चाहिए।

-संजय शर्मा

पहले के मुकाबले अब वीडियोग्राफी का चलन मोबाइल तक सिमट रहा है। लोग सिर्फ शादी-विवाह के साथ-साथ न्यू बोर्न बेबी, वन ईयर फोटो शूट कराने को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।

-दीपक शर्मा

डिजिटल सिस्टम से नुकसान हुआ है। डेटा संजोने के लिए समस्त हार्ड डिस्क पर अतिरिक्त मूल्य फोटोग्राफी कारोबारी से जुड़े लोगों को खर्च करनी पड़ती है।

-शगुन जेटली

टेक्नोलॉजी सीखने में दिक्कत होती है। इसके लिए सरकार को ऐसे संस्थान खोलने चाहिए। जहां पर फोटोग्राफर को अच्छे प्रशिक्षित शिक्षकों से इसे सीखने का मौके मिले।

-राकेश जेटली

फोटोग्राफरों को भी कामगार माना जाना चाहिए। इससे फायदा यह होगा कि जो इस पेशे से जुड़े हैं, उन्हें भी सरकार की कामगारों के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।

-सुरेंद्र कुमार

युवाओं के लिए सरकार को नए-नए स्किल प्रोग्राम बनाने चाहिए। ताकि इस पेशे में आने वाले युवाओं में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के प्रति रूचि बढ़े।

-आरिफ मंसूरी

ऑनलाइन के चलने होने से कंपटीशन बढ़ गया है। जिन-जिन महंगी और आधुनिक मशीनें लगी हैं, वहां पर कारोबार तो ठीक है,लेकिन अब बुकिंग कम ही आ रही है।

-रमेश

शादी-विवाह में सबसे देर तक फोटोग्राफरों का काम होता है। लेकिन उसके बाद भी उन्हें पूरा मेहनताना नहीं मिल पाता। जिससे दिक्कत होती है।

-राहुल शर्मा कपिल

फोटोग्राफर और वीडियोग्राफरों को भी पेंशन का प्रावधान होना चाहिए। ताकि वह जब उस उम्र में पहुंचे, जब वह काम नहीं कर सकते हैं तो पेंशन से उनकी आजीविका चल सकती है।

-राजकुमार

युवाओं में मैटरनिटी शूट का क्रेज बढ़ गया है। इसलिए इस नई टेक्नोलॉजी को सीखने में अभी समय लग रहा है। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए युवा इस प्रकार की टेक्नोलॉजी को आसानी से सीख सकें।

-पुष्कर

फोटोग्राफरों की भी आईडी बननी चाहिए। इससे दिक्कतों को दूर किया जा सकता है।

-नवीन कुमार शर्मा

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सुझाव::

1.यदि फोटोग्राफरों को भी कामगार मान लिया तो उनकी पेंशन शुरू होने में दिक्कत नहीं होगी।

2.हर क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की तरह फोटोग्राफरों की भी आईडी कार्ड बनने चाहिए।

3.फोटोग्राफी क्षेत्र में आ रही नई टेक्नोलॉजी को सीखने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खुलने चाहिए।

4.कैमरों पर लगने वाली जीएसटी की दर कम करने से इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को मिलेगा फायदा।

5.हार्ड डिस्क पर लगने वाले अतिरिक्त मूल्य को हटाकर फोटोग्राफरों को राहत देने का काम होना चाहिए।

शिकायत::

1.फोटोग्राफरों को 60 साल के होने पर पेंशन का प्रावधान बनना चाहिए।

2.जब फोटोग्राफर शहर से बाहर जाए तो उनके आईडी कार्ड बनने चाहिए। ताकि उन्हें परेशानी ना हो।

3.फोटोग्राफी क्षेत्र में आ रही नई-नई टेक्नोलॉजी को सीखने का बेहतर प्रशिक्षण मिलना चाहिए।

4.कैमरों पर लगने वाली जीएसटी की दरों को कम किया जाना चाहिए।

5.डेटा संजोने के लिए हार्ड डिस्क पर अतिरिक्त मूल्य को हटाया जाना चाहिए।

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कोट::

फोटोग्राफर और वीडियोग्राफरों की समस्याओं के बारे में वार्ता की जाएगी। कोशिश रहेगी कि शासन स्तर पर भी उनकी समस्याओं को उठाकर उनका निदान कराया जाए। उन्हें परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

-प्रदीप चौधरी, सदर विधायक

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