जिले में बढ़ी यूरिया की मांग, सोसायटी व दुकानों पर किसानों की लाइन
Bulandsehar News - जिले में यूरिया और डीएपी की मांग बढ़ गई है। किसान सोसायटी पर यूरिया लेने पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें उनकी जरूरत के अनुसार खाद नहीं मिल रहा है। कृषि विभाग किसानों को उनकी जोत के अनुसार खाद दे रहा है।...

जिले में एक बार फिर सोसायटी व कृषि दुकानों पर यूरिया व डीएपी की डिमांड बढ़ गई है। सोसायटी पर किसान यूरिया लेने के लिए किसान पहुंच रहे हैं मगर उन्हें डिमांड के अनुसार यूरिया व डीएपी नहीं मिल रहा है। कृषि एवं सहकारिता विभाग किसानों को उनकी जोत की जमीन के आधार पर खाद दे रहा है। कुछ सोसायटी पर यूरिया खत्म हो गया है तो किसानों को दूसरी सोसायटी से खाद दिया जा रहा है। जिले की 148 सोसायटी पर खाद के लिए काफी भीड़ देखी जा रही है। इस किल्लत से निपटने के लिए जिले को दो दिन बाद इफ्को की यूरिया व डीएपी की तीन-तीन हजार एमटी की दो रैक जिले को मिल जाएंगी।
रैक आने के बाद सभी सोसायटी व कृषि दुकानों पर यूरिया पहुंचा दिया जाएगा। समय से खाद न मिलने पर किसान परेशान दिख रहे हैं। सोमवार को एआर कॉपरेटिव अमित कुमार त्यागी ने जहांगीराबाद की सोसायटी पर निरीक्षण कर यूरिया व डीएपी का स्टॉक चेक किया और कर्मचारियों को नियमानुसार यूरिया व डीएपी वितरण के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा सोसायटियों पर यदि यूरिया की कमी होती है तो वह तुंरत बताएं जिसे जल्द दूर करा लिया जाएगा। बताया कि यूरिया व डीएपी की कुछ डिमांड बढ़ी है जिन सोसायटी पर यूरिया नहीं है वहां के किसानों को दूसरे स्थानों से यूरिया उपलब्ध कराया जा रहा है। ---- धान व गन्ना और मक्का में लग रहा यूरिया जिले में इस समय यूरिया व डीएपी की डिमांड बरसाती धान व गन्ना ने बढ़ा दी है। गन्ने की फसल भी बढ़ रही है और धान की फसल लगाने के लिए बीज तैयार हो रहा है तो किसान इनमें यूरिया व डीएपी लगा रहे हैं। गन्ने की फसल इस समय खाद मांग रही है। इसके अलावा किसान मक्का, बाजरा, ज्वार व दलहन में भी यूरिया लगा रहे हैं। कृषि अधिकारी रामकुमार यादव ने बताया कि किसानों को जैविक खाद लगाने के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। हालांकि यूरिया व डीएपी की कमी नहीं हैं मगर एक किसान दस से अधिक यूरिया व डीएपी के बोरे मांग रहा है। ऐसे में जोत के अनुसार उन्हें खाद दिया जा रहा है। ---- कितनी मात्रा में कितना खाद एमटी में खाद लक्ष्य उपलब्धत वितरण यूरिया 18,959 44,272 4249 डीएपी 3973 7158 645 एनपीके 840 3367 185 एमओपी 310 575 17 एसएसपी 371 1977 121 ------ कोट--- यूरिया व डीएपी की मांग बढ़ी है जिले की सभी 148 सहकारी समितियों पर भरपूर खाद है। किसानों को नियमानुसार यूरिया व डीएपी दी जा रही है। दो रैक नई आ रही हैं। किसान परेशान न हों उन्हें भरपूर यूरिया दिया जाएगा। छह हजार एमटी खाद दो दिन बाद आ जाएगा। जोत की जमीन के आधार पर किसानों को खाद वितरण होगा। -अमित कुमार त्यागी, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक
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