भगवान राम के भातृ प्रेम से सभी को सीखना चाहिए
Farrukhabad-kannauj News - फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद में श्रीराम कथा में शांतनु जी महाराज ने भगवान राम के प्रेम से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होंने आत्मचिंतन के महत्व को बताया और शीशा देखने के अर्थ को स्पष्ट किया। महाराज ने...
फर्रुखाबाद, संवाददाता। मोहम्मदाबाद के रामलीला मैदान हो रही श्रीराम कथा में शांतनु जी महाराज ने कहा कि भगवान राम के भातू प्रेम से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। आज भी हम सब भगवान राम और उनके भाइयों को याद करके आनंदित होते हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या कांड की पावन मांगलिक चौपाइयों के गायन के साथ प्रसंग की शुरुआत की। उन्होंने शीशा देखने के तात्पर्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि शीशा सही व्यक्ति का गुरू है इसलिए शीशा जरूर देखना चिाहए। शीशा देखने का अर्थ आत्मा, अवलोकन, आत्मचिंतन और आत्मसंवाद से है। जब महाराज को सफेद बाल कान के दिखायी पड़े तो उन्होंने राज्य राम को सौंपने का मन बनाया। इससे संकेत मिलता है कि मनुष्य को धीरे धीरे जिम्मेदारियों से हटकर भजन में मन लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम के राज्याभिषेक की तैयारी हो रही थी अज्ञैर देवता विध्न की तैयारी कर रहे थे।सरस्वती जी ने मंथरा की बुद्धि बिगाड़ी और मंथरा ने पूरा सत्यानाश कर दिया।
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