बोले फिरोजाबाद: करबला की कहानी, सफाई नहीं होने से फैल रहीं बीमारी
Firozabad News - करबाला शहर में घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लोग बुनियादी सुविधाओं की कमी और नगर निगम की लापरवाही से परेशान हैं। गलियों में पाइपलाइन डालने के बाद भी सफाई की स्थिति खराब है, जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़...
करबाला शहर की घनी आबादी वाला क्षेत्र है। संकरी गलियों के बाद भी बड़ा बाजार। हर रोज हजारों के ग्राहकों की आमद इस बाजार में होती है। करबला के प्रमुख बाजार से जुड़ी हुई गलियों में लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं। शहर में एक तरफ सीसी सड़कों पर फिर से सीसी की परत चढ़ा लाखों-करोड़ों खर्च हो रहे हैं तो इन गलियों में इंटरलॉकिंग की गलियां भी ऊंची-नीची हो गई हैं। कहीं पर पाइप लाइन डालने से गलियों की सूरत बदल गई है तो लोग ठोकरें खा रहे हैं। समस्याओं से जूझ रहे लोगों का कहना है कि टैक्स वसूली वाला नगर निगम कम से कम सुविधाएं तो दे....।
करबला में इन दिनों कई गलियां इंटरलॉकिंग हैं तो सही पर इन गलियों में पाइप लाइन डालने के बाद ठेकेदार ने गड्ढों पर इंटरलॉकिंग को बिछाते वक्त ध्यान भी नहीं दिया। नतीजा सामने है कि गलियां ऊंची-नीची हो गई हैं। कहीं पर बुजुर्ग ठोकरें खाते हैं तो कहीं पर बच्चों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। हर कोई इन समस्याओं से जूझ रहा है तो ऊपर से सफाई की भी दक्कित इस मोहल्ले में दिखाई देती है। लोगों का गुस्सा नगर निगम तथा जनप्रतिनिधियों पर है, जन्हिोंने वोट लेते वक्त वायदे तो तमाम किए, लेकिन वोट लेने के बाद में इस तरफ ध्यान नहीं दिया।
हन्दिुतान के फिरोजाबाद बोले के तहत जब करबला की इन गलियों में रहने वालों से संवाद किया तो हर जुबां पर दिखाई दिया गुस्सा। कोई गली में पानी न आने से परेशान था। पाइप लाइन की खातिर गली की खुदाई कर सड़क को चलने लायक नहीं छोड़ा, लेकिन उस पाइप लाइन से भी घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा। वहीं कहीं पर सफाई नहीं होने की समस्या। लोगों का कहना था कई गलियों में तो गाय-भैंस पालने वाले गोबर को नालियों में बहा देते हैं।
नालियों में गोबर बहने से नाली उफन जाती हैं तथा गोबर सड़कों पर आ जाता है। इस स्थिति में मंदिर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं करबला मुख्य बाजार की सड़क का भी हाल जुदा नहीं है। सड़क पर झाड़ू तो लगती है, लेकिन नाली की सफाई नहीं होती है। इस नाली की सफाई नहीं होने से गलियों से इसमें मिलने वाली नालियां भी अक्सर भरी रहती हैं, जो क्षेत्र में मच्छरों के प्रकोप की वजह बन रहा है। क्षेत्रीयजनों की मानें तो यहां पर आने वाले सफाई कर्मी भी क्षेत्र के लोगों की समस्या नहीं सुनते हैं, बल्कि सफाई के नाम पर मनमानी करते हैं। कई बार तो सड़क पर झाड़ू लगाने के बाद कूड़े को नालियों में ही बहा दिया जाता है।
टैक्स वसूलने से पहले मुहैया कराएं सुविधाएं
क्षेत्रीयजनों का कहना है कि नगर निगम टैक्स के लिए नोटिस दे रहा है। जिस पर ब्याज लगाना गलत है। निगम को हर साल ही टैक्स की वसूली करनी चाहिए थी। गरीब इतना टैक्स कहां से देंगे। वहीं निगम को अगर टैक्स लेना ही है तो उसके साथ में निगम को सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान देना चाहिए। पानी एवं सड़क जैसी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। निगम का ध्यान सुविधाएं देने की तरफ नहीं हैं, लेकिन टैक्स वसूलने के लिए दबाव बना रहे हैं।
ये दर्द गहरा है
सड़क खराब पड़ी है, लेकिन इसे अभी तक बनवाया नहीं गया है। गली में पानी की भी समस्या है। नगर निगम का इस तरफ ध्यान नहीं है। क्षेत्र की जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
-राजकुमारी
नालियों की गलियों में तो सफाई भी नहीं होती है। सड़क की स्थिति यह है कि दो पहिया वाहन भी अक्सर गिर जाते हैं। दो पहिया वाहन पर बैठकर महिलाएं गली में आएं तो हर वक्त हादसे का खतरा रहता है।
-कुसुमलता
यह क्षेत्र का प्रमुख बाजार है। करबला, देवनगर के साथ में महावीर नगर के लोग भी यहां पर खरीदारी करने आते हैं, लेकिन इस बार में चार पहिया वाहन सहित ई रक्शिा आने से कई बार जाम की स्थिति बन जाती है।
-प्रवेंद्र गुप्ता
नर्धिन लोगों पर हाउस टैक्स का बोझ लादा जा रहा है। काफी ब्याज लगाकर नोटिस भेजे जा रहे हैं। किसी तरह से मजदूरी कर परिवार चलाने वाले आखिर कैसे टैक्स के इस बोझ को झेलेंगे।
-सौरभ गुप्ता
एक तरफ वद्यिुत संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन यहां दिन में भी वद्यिुत पोल पर लाइट जलती रहती है। सफाई के नाम पर कुछ नहीं होता है। घनी आबादी क्षेत्र में सफाई की समस्या है तो पानी की व्यवस्था भी नहीं।
-दिलीप कुमार
देव नगर गली नंबर दो में सफाई नहीं होती है। नालियां हर वक्त गंदगी से भरी रहती हैं। इससे क्षेत्र में मच्छरों के प्रकोप में भी इजाफा हो रहा है। गंदगी से बीमारियां फैलने का भी खतरा बना रहता है।
-श्रीचंद्र गुप्ता
सफाई की यहां पर सबसे बड़ी समस्या है। घनी आबादी है तथा यह प्रमुख बाजार है, लेकिन इसके बाद भी यहां की सफाई व्यवस्था की तरफ नगर निगम का पूरी तरह से ध्यान नहीं है। इससे काफी परेशानी है।
-रामनरायन
नालियों में हर वक्त गंदगी भरी दिखाई देती है। सफाई कर्मचारियों से कुछ कहो तो वह किसी की बात नहीं सुनते हैं। सब अपनी मनमानी कर रहे हैं। चुनाव के बाद में जनप्रतिनिधि सुध नहीं लेते।
-धर्मवीर
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