शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता थे भगवान परशुराम
Ghazipur News - गाजीपुर, संवाददाता। शहर के लहुरी काशी हाल में बुधवार को महर्षि परशुराम जन्मोत्सव

गाजीपुर, संवाददाता। शहर के लहुरी काशी हाल में बुधवार को महर्षि परशुराम जन्मोत्सव मनाया गया। ब्राह्मण जनसेवा मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर और उपस्थित वटुकों ने स्वस्तिवाचन कर किया। विहिप अध्यक्ष विनोद उपाध्याय ने कहा कि भगवान परशुराम का जन्म वैशाख शुक्ल तृतीया को रात्रि के प्रथम पहर में हुआ था। यह समय सतयुग और त्रेतायुग का संधिकाल माना जाता है। वे शिव के परम भक्त थे और न्याय के देवता भी थे। भगवान परशुराम ने अन्याय और अत्याचार का विरोध किया। उन्होंने ब्राह्मणों को शस्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञान दिया।
कार्यक्रम में ब्राम्हणों की रक्षा, गरीब ब्राम्हणों की मदद, परम्परा एवं कर्मकाण्ड, संस्कार एवं सहभागिता पर विशेष चर्चा की गयी। ब्राह्मण जनसेवा मंच के संरक्षक मण्डल ने निर्णय लिया कि विभित्र क्षेत्रों में स्थान बनाने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। समारोह में अमरनाथ तिवारी, पंकज दुबे, विनोद मिश्र, पप्पू पाण्डेय, राजनरापन तिवारी, वृज भूषण दुबे, मनोज दुबे, दीपक उपाध्याय, शीर्ष दीप सर्मा, सतोष पाण्डेय, मनोज बाबा, वीरेन्दर तिवारी, आलोक तिवारी, पप्पू पान्डेय, मोनू तिवारी, सुधाकर आदि रहे। समारोह की अध्यक्षता कर्मचारी नेता अम्विका दुबे और संचालन भगवती प्रमाद तिवारी ने किया।
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