भाकियू संघर्ष का जिला मुख्यालय पर धरना, पुलिस से तनातनी
Hapur News - -किसानों की जमीन पर कब्जा और प्रदूषित पानी का उठाया मुद्दा भाकियू संघर्ष का जिला मुख्यालय पर धरना, पुलिस से तनातनी

भारतीय किसान यूनियन संघर्ष के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने शनिवार दोपहर जिला मुख्यालय पर डीएम के आफिस परिसर में धरना देने का प्रयास किया। वह डीएम के आफिस तक पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने कड़ी मशक्कत से उनको वहीं धरना नहीं देना दिया। इससे किसान संगठन के पदाधिकारी आक्रोशित हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। वह सड़क जाम करने का एलान करके चल दिए। पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया तो वह धूप में ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। मौके पर कई थानों का पुलिस बल और पीएसी मौके पर बुला लिए गए। कई घंटे के हंगामें के बाद अफसर उनको समझाने में कामयाब हुए।
तब कहीं जाकर उन्होंने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें कुछ लोगों द्वारा किसानों की भूमि से कब्जा हटवाने और प्रदूषित पानी से किसानों की फसल बर्बाद होने का मामला उठाया गया। भाकियू संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर के नेतृत्व में शनिवार दोपहर को सैंकड़ों किसान जिला मुख्यालय परिसर में पहुंच गए। वहां पर किसानों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिला मुख्यालय पर किसान यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य डीएम की कार खड़ी करने वाले पोर्च में धरने पर बैठ गए। धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि गढ़मुक्तेश्वर में कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है। अब उसने आसपास के किसानों की जमीन को भी कब्जाना आरंभ कर दिया है। उसने पड़ोसी साजिद खान की जमीन पर कब्जा करना आरंभ कर दिया है। अपनी फैक्ट्री के बराबर की 12 फीट जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया। चकबंदी विभाग के अधिकारी और स्थानीय पुलिस उसका सहयोग का आरोप लगाया। हैं। यह भी आरोप लगाया गया कि इसका विरोध करने पर संबंधित कारोबारी ने भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर से भी बदसलूकी की और जान से मारने की घमकी दी। भाकियू संघर्ष ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की गई। इसी दौरान किसान डीएम आफिस के बाहर हाल में पहुंच गए। वहां पर डीएम आफिस में धरने पर बैठने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें धरने पर नहीं बैठने दिया। इससे नाराज होकर किसान धूप में धरने पर बैठ गए। वहीं आरपार की लड़ाई का एलान कर सड़क जाम करने की घोषणा कर दी। इसके चलते कई थानों की पुलिस और पीएसी बुला ली गई। घंटों की मशक्कत के बाद प्रशासन किसानों को समझाने में कामयाब हो सका। किसानों ने एडीएम संदीप कुमार को सौंपे ज्ञापन में आरोपी बिल्डर के खिलाफ रिपोर्ट करने, पीड़ित साजिद के खिलाफ दर्ज की गई रिपोर्ट को स्पंज कराने और भूमाफिया की मदद कर रहे अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई। एडीएम ने आश्वासन दिया कि नियमानुसार मामले की जांच कर समस्या का समाधान कराया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भाकियू संघर्ष फिर से जोरदार आंदोलन करेगी। अन्याय किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।