Farmers Struggle to Sell Wheat Amid Price Differences of 50-70 per Quintal बाजार में बिका 25 हजार, क्रय केंद्रों पर 10 हजार कुंतल, Hapur Hindi News - Hindustan
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बाजार में बिका 25 हजार, क्रय केंद्रों पर 10 हजार कुंतल

Hapur News - जा रहा है किसान अपना गेहूं -जिले में 32 सरकारी क्रय केंद्रों पर अभी तक 10 हजार 300 कुंतल की खरीद की गई -हापुड़-गढ़ मंडी में व्यापारियों को 20 हजार कुं

Newswrap हिन्दुस्तान, हापुड़Wed, 30 April 2025 03:38 AM
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बाजार में बिका 25 हजार, क्रय केंद्रों पर 10 हजार कुंतल

बाजार और सरकारी क्रय केंद्रों के रेट में 50 से 70 रुपये प्रति कुंतल के अंतर ने किसानों को बाजार में गेहूं बेचने पर मजबूर कर रखा है। 32 सरकारी क्रय केंद्रों पर जहां 40 हजार किसानों में कुल 600 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं 400 किसानों ने अभी तक 10 हजार 300 कुंतल गेहूं बेचा है। जबकि जिले की दो मंडी में अभी तक किसानों ने व्यापारियों को आढत पर करीब 25 हजार कुंतल गेहूं बेच दिया है। यूं तो गेहूं की सरकारी तौल के लिए 15 मार्च को सरकारी क्रय केंद्र जिले में खोल दिए गए थे। परंतु गेहूं कटाई अप्रैल महीने में शुरू होने के बाद 6 अप्रैल के बाद गेहूं तौल शुरू हुई थी। जून तक सरकार किसानों के गेहूं खरीदेगी। परंतु अभी तक किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर कुल 10 हजार 300 कुंतल गेहूं बेचा है। हालांकि पिछले साल सरकारी क्रय केंद्रों पर कुल 26 हजार कुंतल गेहूं की खरीद की गई थी। समय होने के चलते विपणन विभाग का दावा है कि पिछले साल की तुलना में ज्यादा गेहूं खरीद कर ली जाएगी।

बाजार में बिक गया 20 हजार कुंतल--

अगर सरकार की मंडी को राजस्व के आंकड़ों पर गौर की जाए तो अब तक हापुड़ और गढ़ मंडी में करीब 20 हजार कुंतल गेहूं की खरीद फरोख्त हो चुकी है। जिसमें गढ़ मंडी में अब तक 20 हजार कुंतल गेहूं से अधिक किसानों ने बेच दिया है। वहीं हापुड़ मंडी में भी 2 से तीन हजार कुंतल से अधिक गेहूं बिक गया होगा। हालांकि अगर आटा मिलों पर डायरेक्ट वाले गेहूं पर गौर की जाए तो कई हजार कुंतल गेहूं किसान अब तक व्यापारियों को बेच चुका है।

40 हजार किसान, बेचने के लिए 600 तैयार--

आंकड़ों पर गौर की जाए तो कृषि विभाग के अनुसार जिले में लगभग 40 हजार हैक्टेयर से अधिक गेहूं की बुआई की गई है। अगर औसत लगाया जाओ तो एक हैक्येटर एक किसान के चलते लगभग 40 हजार से अधिक किसानों ने गेहूं बोया होगा। परंतु गेहूं बिक्री के लिए केवल 600 किसानों ने आज तक रजिस्ट्रेशन कराया है। जबकि 400 किसानों ने गेहूं सरकार को बेचा है।

डेढ़ करोड़ का खरीदा गेहूं--

सरकारी क्रय केंद्रों पर अभी तक डेढ करोड़ का गेहूं खरीदा गया है। जिसमें आज तक किसानों को एक करोड़ 50 लाख का भुगतान किया जा चुका है। शेष 10 लाख का भुगतान भी 24 घंटे में कर दिया जाएगा।

गेहूं का उत्पादन बढा परंतु नहीं बेच रहे किसान--

अगर कृषि विभाग के आंकड़ों पर गौर की जाए तो इस बार गेहूं का उत्पादन अच्छा रहा है जो पहले से ज्यादा है। कुल मिलाकर कैश क्राप कंटिग में 48.83 कुंतल प्रति हैक्टेयर से उपज मानी जा रही है। यानि 42 हजार हैक्टेयर में अगर गेहूं इसी औसत से होता है तो 16 लाख कुंतल से अधिक गेहूं होगा।

जिला विपणन अधिकारी सम्रेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार अभी तक 32 सरकारी क्रय केंद्रों पर 10 हजार 300 कुंतल गेहूं की खरीद हो चुकी है। जबकि दो साल पहले यह आंकडा दहाई को नहीं छू रहा था। 5 से 8 हजार तक भी गेहूं की खरीद की गई थी। परंतु पिछले साल 26 हजार कुंतल गेहूं खरीदा गया जो इस बार भी इससे अधिक खरीद हो जाएगी। हालांकि बाजार में 50 से 70 रुपये कुंतल तेज रेट पर गेहूं बिक रहा है।

उत्पादकता कृषि विभाग के आंकड़ों---

गेहूं --- 48.73 कुंतल प्रति हैक्टेयर--वर्ष 2023-24

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