मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं, सुसाइड नोट लिखकर बीए की छात्रा ने लगा ली फांसी
- राजधानी लखनऊ में बीए की छात्रा में सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाकर जान दे दी। सुसाइड नोट में लिखा कि मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना। मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना। मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं... यह सुसाइड नोट लिखकर बीए की छात्रा ने फांसी लगा ली। वह बीए के साथ पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी। इंदिरानगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर इंदिरानगर सुनील तिवारी के मुताबिक परिवार वालों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी
बलिया के रसड़ा निवासी अमृत सिंह (21) मुंशीपुलिया इलाके में किराए के घर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। वह बलिया के कॉलेज से बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। सिक्योरिटी गार्ड पिता मुन्ना सिंह ने बताया कि सोमवार दोपहर में बेटी अमृत से फोन पर बात हुई थी। बुधवार से उसका बीए का पेपर शुरू होना था। मंगलवार को उसने घर आने के लिए कहा था। रात में उसे कई बार फोन मिलाया पर संपर्क नहीं हो सका। इस पर मकान मालिक को जाकर देखने के लिए कहा। मकान मालिक उसके कमरे पर गए तो दरवाजा अंदर से बंद था। कई अवाज देने के बाद भी जवाब नहीं मिला। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मी दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो बेटी का शव दुपट्टे से फंदे के सहारे लटकी हुई थी। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। तीन बहन एक भाई के बीच अमृत सबसे छोटी थी।।
मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना। मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं... यह सुसाइड नोट लिखकर बीए की छात्रा ने फांसी लगा ली। वह बीए के साथ पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी। इंदिरानगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इंस्पेक्टर इंदिरानगर सुनील तिवारी के मुताबिक परिवार वालों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी
बलिया के रसड़ा निवासी अमृत सिंह (21) मुंशीपुलिया इलाके में किराए के घर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। वह बलिया के कॉलेज से बीए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। सिक्योरिटी गार्ड पिता मुन्ना सिंह ने बताया कि सोमवार दोपहर में बेटी अमृत से फोन पर बात हुई थी। बुधवार से उसका बीए का पेपर शुरू होना था। मंगलवार को उसने घर आने के लिए कहा था। रात में उसे कई बार फोन मिलाया पर संपर्क नहीं हो सका। इस पर मकान मालिक को जाकर देखने के लिए कहा। मकान मालिक उसके कमरे पर गए तो दरवाजा अंदर से बंद था। कई अवाज देने के बाद भी जवाब नहीं मिला। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मी दरवाजा तोड़कर भीतर गए तो बेटी का शव दुपट्टे से फंदे के सहारे लटकी हुई थी। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। तीन बहन एक भाई के बीच अमृत सबसे छोटी थी।।
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चार दिन पहले ही घर में रहने आई थी
पिता मुन्ना सिंह ने बताया कि बेटी बीए के साथ ही पुलिस भर्ती परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी। पहले वह वाराणसी में रह रही थी। कुछ समय पहले वह इंदिरानगर में रहने आई थी। चार दिन से वह मुंशीपुलिया स्थित घर में किराए पर रह रही थी।