दो हजार आबादी बूंद-बूंद को तरसी
Jhansi News - मऊरानीपुर तहसील के ग्राम पंचायत बुखारा में अप्रैल में पेयजल संकट गहरा गया है। गांव की 2000 की आबादी एक हैंडपंप पर निर्भर है। महिलाएं और बच्चे दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। गांव के प्रधान ने बताया कि...

झांसी (मऊरानीपुर), संवाददाता। मऊरानीपुर तहसील के ग्राम पंचायत बुखारा में अप्रैल में पेयजल संकट गहरा गया है। एक बड़ी आबादी बूंद को तरस रही है। महिलाएं, बच्चे, बूढ़े, जवान, पुरुष दूर-दराज से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं। आरोप है कि हैंडपंपों ने जवाब दे दिया है। एक चालू हैंडपंप लोगों को प्यास बुझा रहा है। जिस पर सुबह से शाम तक जल भरने के लिए कतारें लगी रहती हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि हर घर नल हर घर जल योजना भी यहां प्यास नहीं बुझा पा रही हे। झांसी से करीब 70 किलो मीटर दूर गांव बुखारा में दिनों-दिन हालात बेहद नाजुक होते जा रहे हैं। यहां दो हजार की आबादी प्यास के लिए भटक रही है। इस आबादी की प्यास बुझाने के लिए मात्र एक हैंडपंप ही सहारा है। इसके अलावा दूर से बोर में डली मोटर के द्वारा गांव में पानी की सप्लाई की जाती है। जिससे पानी भरने के लिए गांव की महिलाओं को भारी जद्दोजहद करनी पड़ती है। शादी-विवाह के सीजन में लोगों को बड़ी दिक्कतें आती हैं। गांव की महिलाओं ने बताया कि सुबह से पानी की जद्दोजहद करने के बाद घंटों में लाइन लगने के बाद पीने के पानी बमुश्किल व्यवस्था होती है। उसके बाद ही घर के रोज मर्रा के कार्य कर पाती हैं ।
बोले, प्रधान
गांव के प्रधान पवन कुमार शर्मा ने बताया कि 19 हैंडपंप है। वह काम भी कर रहे है। सरकार द्वारा बिछाई गई लाइन हर घर जल हर घर नल के तहत पानी की सप्लाई एक दो दिन बाद आती है। वही मुकेश कुमार शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा ट्यूबल पर उसकी ऑपरेटर के रूप में तैनाती की गई है। लेकिन पिछले चार साल से उसकी वेतन का भुगतान नहीं किया गया है।
बोले तहसीलदार
इस संबंध में प्रभारी तहसीलदार अमित कुमार ने मौके वर पहुंचकर मुआयना किया। गांव की पानी की समस्या को देख दो दिन में जल संकट को दूर करने की बात कही।
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