लड़की भगाने के केस में दरोगा को महंगी पड़ गई ये मांग, वीडियो वायरल होते ही हुआ लाइन हाजिर
- लड़की को भगाने के मामले में पकड़े गए एक विशेष समुदाय के युवक को बचाने के एवज में एक दरोगा द्वारा 83 हजार रुपए लेने से संबंधित बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। एसपी कुशीनगर ने मामले में जांच बैठा दी है। वायरल वीडियो के आधार पर दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

यूपी के कुशीनगर के खड्डा थाने पर तैनात एक दरोगा का दलित लड़की को भगाने के मामले में पकड़े गए एक विशेष समुदाय के युवक को बचाने के एवज में 83 हजार रुपए लेने से संबंधित बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। युवक के जेल जाने के बाद परिजनों ने थाने में इसकी तहरीर देकर दरोगा से उनके रुपये दिलाने की मांग की है। एसपी ने मामले में जांच बैठा दी है। वायरल वीडियो के आधार पर प्रथम दृष्ट्या दरोगा की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर उसे लाइन हाजिर कर दिया गया है। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
सोशल मीडिया पर मंगलवार की देर शाम को वायरल 6 मिनट 27 सेकेंड के वीडियो के बारे में दावा किया गया है कि तुर्कहा निवासी एक व्यक्ति थाने पर तैनात दरोगा सूर्य नारायण पासवान से 83 हजार रुपये की मांग करते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो में सुनाई दे रही बातचीत के अनुसार कुछ दिन एक युवक गांव की ही एक दलित लड़की को भगा ले गया था। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को पकड़ कर थाने लाकर बैठा दिया।
परिजनों द्वारा 20 अप्रैल को पुलिस को दी गयी तहरीर के अनुसार हल्का दरोगा ने युवक को छोड़ने की एवज में डेढ़ लाख रुपए की मांग उनसे की। परिजनों ने 83,800 रुपये दरोगा को दे दिया। लेकिन पुलिस ने आरोपी युवक को जेल भेज दिया। परिजनों ने इसकी तहरीर थाने में देकर उक्त नायब दरोगा से रुपये दिलाने की मांग की। बताया गया है कि जब रुपये नहीं मिले तो परिजनों ने वीडियो को वायरल कर दिया।
खड्डा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लड़की को भगाने के मामले में आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेजा गया था। तीन बाद लड़की बरामद भी कर ली गयी। इस मामले में आरोपी के खिलाफ पुलिस चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है।
क्या बोले एसपी
कुशीनगर के एसपी संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर प्रथम दृष्ट्या ट्रेनी दरोगा सूर्यनाथ पासवान की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उसे लाइन हाजिर कर दिया गया है। पूरे मामले में सीओ खड्डा को जांच के निर्देश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर आरोपी दरोगा पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के लिए न्याय सर्वोपरि है। इसमें किसी तरह के लेन देन की बात सामने आना भी गंभीर है।