चोर-उचक्कों और चेन स्नेचरों को काम पर लगाएगी पुलिस, लोन दिलाकर स्वरोजगार से जोड़ेगी
- यूपी के कानपुर पुलिस चोर-उचक्कों और चेन स्नेचरों को काम पर लगाएगी।कानपुर पुलिस ऐसे युवाओं की पहचान करेगी जो अपराध से दूर जाना चाहते हैं। इन युवा अपराधियों को एमएसएमई से प्रशिक्षण व लोन दिलाकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।

कानपुर पुलिस अब छोटी-मोटी चोरियों, मादक पदार्थों की बिक्री और छिनैती करने वाले युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ेगी। कानपुर कमिश्नरेट, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग के संयुक्त प्रयास से इसे संचालित करने की योजना बन रही है। इसके तहत 21-40 साल के ऐसे युवाओं की पुलिस पहचान करेगी जो अपराध से दूर जाना चाहते हैं। इन्हें एमएसएमई से प्रशिक्षण व लोन दिलाकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। इसका नोडल अधिकारी अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था हरीश चन्दर को बनाया गया है। योजना का उद्देश्य आर्थिक कारणों से अपराध की ओर बढ़ने वाले नवयुवकों को स्वरोजगार की दिशा में अग्रसर करना है, जिससे वे अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकें और मुख्यधारा से जुड़ सकें।
कक्षा आठ तक पढ़ा-लिखा होना जरूरी
योजना का लाभ उन्हीं युवाओं को मिलेगा जो कम से कम कक्षा आठ उत्तीर्ण हों। यदि कोई आवश्यक प्रशिक्षण की जरूरत होगी तो सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा इन्हें प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। थाना प्रभारी समय-समय पर इन युवाओं के पास जाकर उनकी प्रगति की समीक्षा करेंगे और उन्हें प्रोत्साहित करेंगे। इस कार्य की निगरानी सहायक पुलिस आयुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त एवं पुलिस उपायुक्तों को सौंपी गई है।
प्रथम चरण में 260 युवाओं को चिह्नित करेगी पुलिस
सरकार के ‘हौसला’ कार्यक्रम के तहत पायलट प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में हर थाना प्रभारी अधिकतम पांच ऐसे युवकों को चिह्नित करेंगे जो छोटी चोरियों, छिनैती और मादक पदार्थों की बिक्री में लगे हैं। जिनका चयन होगा उनमें सुधरने की गुंजाइश का भी आकलन किया जाएगा। शहर में 52 थानो में ऐसे 260 छोटे अपराधियों की तलाश की जाएगी। थाना प्रभारी ऐसे युवकों को चिह्नित कर उनकी जानकारी पुलिस उपायुक्त को भेजेंगे। चिह्नित युवकों एवं उनके परिजनों के साथ पुलिस उपायुक्त बैठक करेंगे और उन्हें इस योजना से जोड़ने की प्रक्रिया भी समझाएंगे। युवकों को जागरूक कर उन्हें मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से जोड़कर स्वरोजगार स्थापित करने में पुलिस मदद करेगी।
अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चन्दर ने बताया कि अपराध दर को कम करने में सहायक होगी। इससे नवयुवक अपराध की दुनिया से बाहर निकलकर एक सम्मानजनक जीवन जीने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट इस परियोजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए संकल्पबद्ध है।