Kaptanganj Sugar Mill Pays Farmers 8 93 Crores Hopes to Resume Operations बंद कप्तानगंज मिल ने किया 8.93 करोड़ बकाये का भुगतान, Kushinagar Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsKushinagar NewsKaptanganj Sugar Mill Pays Farmers 8 93 Crores Hopes to Resume Operations

बंद कप्तानगंज मिल ने किया 8.93 करोड़ बकाये का भुगतान

Kushinagar News - कप्तानगंज की बंद चीनी मिल ने पेराई सत्र 2022-23 के किसानों के बकाया मद में 8.93 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। मिल प्रबंधन ने अगले मार्च और अप्रैल में शेष बकाया चुकाने का आश्वासन दिया है। क्षेत्र के...

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरWed, 26 Feb 2025 11:02 AM
share Share
Follow Us on
बंद कप्तानगंज मिल ने किया 8.93 करोड़ बकाये का भुगतान

कुशीनगर। निज संवाददाता फरवरी 2025 में कप्तानगंज की बंद चीनी मिल ने पेराई सत्र 2022-23 के किसानों के बकाया मद में दो 8.93 करोड़ रूपये का भुगतान कर दिया है। मिल प्रबंधन ने प्रतिबद्धता जतायी है कि मिल के अगले मार्च व अप्रैल में संपूर्ण बकाया भुगतान कर देगी। इससे अगले पेराई सत्र से एक बार पुन: मिल चलने की उम्मीद बलवती दिख रही है।

चीनी मिल द्वारा 2022-23 सितंबर का कुल बकाया 39.30 करोड़ में मौजूदा चालू फरवरी माह में दो पार्ट में पहले 3.82 करोड़ तथा अब 5.11 करोड रुपये का भुगतान किया गया है। इसकी प्रक्रिया बैंक के माध्यम से जारी है। किसानों को खाते में पैसा जाने लगा है। चीनी मिल के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश सक्सेना ने इस संबंध में बताया कि हम आंतरिक तथा बाहरी सोर्स से पैसों के इंतजाम में लगातार लगे हैं तथा बकाया का भुगतान कर रहे हैं। उन्होंने बताया की इसी क्रम मे हमारा टारगेट मार्च महीने में 11.10 करोड़ तथा अप्रैल महीने में शेष बचने वाले 10.82 करोड़ का संपूर्ण भुगतान कर देने का है।

दूसरी तरफ चीनी मिल के लगातार तीसरे पेराई सत्र 2024 25 में बंद होने तथा मौजूदा फरवरी माह से पहले तक किसानों को उनका बकाया भुगतान न मिलने का पूरा कुप्रभाव कप्तानगंज कस्बा तथा क्षेत्र के गांव में दिखने लगा है। जिनको महसूस करते हुए क्षेत्र की जनता को अब चीनी मिल ना चलने की परेशानी महसूस होने लगी है। सभी की इच्छा है कि चीनी मिल का चलना ही सर्वहितकारी है।

चीनी मिल से क्षेत्र के लगभग 10,000 गन्ना किसान जुड़े हैं। करीब 1000 मजदूर और कर्मचारी इसमें कार्यरत हैं। कप्तानगंज कस्बा समेत आसपास के चौक चौराहों की रौनक चीनी मिल से होने वाले भुगतान पर निर्भर करती है। पिछले तीन सत्रों से भुगतान नहीं मिलने तथा चीनी मिल का पहिया ठप होने से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े लोगों समेत स्थानीय दुकानदारों तथा कारीगरों के समक्ष भुखमरी की नौबत उत्पन्न हो गई है। इसका व्यापक असर बाजार के अन्य व्यवसायों पर भी पड़ा है। कप्तानगंज सहित आसपास के चौक चौराहों की तमाम दुकानें बिक्री प्रभावित होने के कारण बंद हो गई हैं अथवा बंद होने का कगार पर हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।