फिटनेस प्रमाण पत्र में गड़बड़ियां मिल रही, जांच के दायरे में कई कर्मचारी
Lucknow News - 30 हजार से अधिक प्रमाण पत्रों की जांच करवा रहा विभाग 31 मई को

30 हजार से अधिक प्रमाण पत्रों की जांच करवा रहा विभाग 31 मई को देनी थी रिपोर्ट, जांच अधिकारी ने आयुक्त से मांगा और समय एनीवेयर फिटनेस प्रणाली का खूब दुरुपयोग किया गया लखनऊ, विशेष संवादददाता लखनऊ में किसान पथ पर बस में पांच यात्रियों के जिंदा जलने वाले हादसे के बाद हो रही फिटनेस प्रमाण पत्रों की जांच में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। इस आधार पर ही कई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। 30 हजार से अधिक प्रमाण पत्रों की जांच परिवहन विभाग की टीम कर रही है। इतनी ज्यादा संख्या होने की वजह से यह जांच अभी पूरी नहीं हो सकी है।
यह जांच रिपोर्ट 31 मई को सौंपी जानी थी। अब जांच अधिकारी ने परिवहन आयुक्त से इसके लिए और समय मांगा है। किसान पथ पर बिहार से दिल्ली जा रही बस में अचानक आग लग गई थी। इसकी चपेट में आने से पांच लोग जिंदा जल गए थे। जांच में सामने आया था कि इस बस का परमिट ‘एनीवेयर फिटनेस प्रणाली के तहत गोरखपुर में वर्ष 2024 में जारी किया गया था। इसके बाद ही परिवहन आयुक्त ने तत्कालीन आरआई राघव कुमार कुशवाहा को निलम्बित कर दिया था। इस प्रणाली के तहत एक साल में बने फिटनेस प्रमाण पत्रों की जांच के लिए अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन संजय सिंह को जांच सौंपी गई थी। इसकी जांच शुरू होते ही गड़बड़ियां मिलनी शुरू हो गई थी। हादसे की शिकार बस में इमरजेंसी गेट बंद कर उसकी जगह सीट बढ़ा दी गई थी। इससे ही हादसा ज्यादा भयावह हो गया था। एनीवेयर फिटनेस प्रणाली के तहत प्रमाण पत्र लेकर कई बसे फर्राटा भर रही है। विभागीय अफसर ही बताते हैं कि इनमें से अधिकतर बस में मानक का पालन नहीं किया गया है। जांच अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि एनीवेयर फिटनेस प्रणाली के तहत करीब 30 हजार प्रमाण पत्र जारी किए गए है। इनकी पूरी सूची मिलने में ही समय लगा। दिल्ली से सूची मिलने के बाद अन्य बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। जांच में हर खामी को देखा जा रहा है कि यह किस स्तर पर हुई है। उन्होंने कहा कि कई कारणों से बस संचालकों को परेशानियों से बचाने के लिए एनीवेयर फिटनेस प्रणाली शुरू की गई थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।