स्मार्ट क्लास में पढ़ेंगे सभी परिषदीय स्कूलों के बच्चे
Maharajganj News - महराजगंज में परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अब कान्वेंट विद्यालयों से आगे लाने के लिए स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की जा रही है। 314 स्कूलों में डिजिटल कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं और 1709 विद्यालयों को...

महराजगंज, निज संवाददाता। परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अब कान्वेंट विद्यालयों को केवल टक्कर ही नहीं देंगे, बल्कि उनसे आगे नजर आएंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा महकमा ने पूरी प्लानिंग कर ली है। पहले स्कूलों का कायाकल्प किया गया। अब स्मार्ट क्लास पर जोर दिया जा रहा है। अब तक 314 स्कूलों को स्मार्ट बनाकर वहां डिजिटल कक्षाएं शुरू करा दी गई हैं। जल्द ही जनपद के सभी 1709 विद्यालयों को स्मार्ट बनाकर वहां डिजिटल कक्षाएं संचालित कराई जाएंगी। इसको लेकर तैयारी तेजी से चल रही है। कुछ ही बड़े-बड़े कान्वेंट विद्यालयों में ही डिजिटल क्लास की व्यवस्था है। लेकिन बीते वर्षों से परिषदीय स्कूलों में भी डिजिटल क्लास संचालित किए जाने की कवायद चल रही है। जनपद में कक्षा एक से पांच तक के 1063, कक्षा एक से आठ तक के कम्पोजिट 412 व उच्च प्राथमिक के 249 विद्यालय हैं। इन विद्यालयों पर करीब दो लाख से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।
जिले में अब तक 314 परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास संचालित करा दिया गया है। इसमें प्राथमिक से लेकर उच्च प्राथमिक दोनों स्तर के विद्यालय हैं। इन विद्यालयों पर बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार विजुअल रूप में पढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा 55 और विद्यालयों पर भी स्मार्ट क्लास संचालित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इसी सत्र से इन 55 स्कूलों में भी डिजिटल पढ़ाई शुरू हो जाएगी। धीरे धीरे सभी विद्यालयों पर स्मार्ट क्लास संचालित हो जाएगा।
बीएसए रिद्धी पांडेय ने कहा, 314 परिषदीय विद्यालयो में डिजिटल क्लास संचालित है। धीरे-धीरे अन्य विद्यालयों में भी इसे शुरू करा दिया जाएगा। डिजिटल क्लास से बच्चों को समझने में आसानी हो रही है।
यू ट्यूब के साथ खुद का कंटेंट पढ़ा सकेंगे शिक्षक
बच्चों की शिक्षा डिजिटल रूप में दिए जाने के लिए यू ट्यूब पर बहुत से कंटेंट उपलब्ध हैं। कुछ कंटेंट को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध भी कराया गया है। शिक्षक खुद का पढ़ाने व समझाने वीडियो बनाकर बच्चों को डिजिटल रूप में दिखा सकते हैं।
अपने लैपटाप से बच्चों को देते हैं डिजिटल शिक्षा
जिले कुछ ऐसे स्कूल भी हैं जहां शिक्षक पहले से ही अपने संसाधनों से अपने स्कूल के बच्चों को आगे बढ़ा रहे हैं। अपने लैपटाप से बच्चों को डिजिटल पढ़ाई करा रहे हैं। पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कृष्ण कुमार मद्धेशिया ने बताया कि डिजिटल क्लास समय की मांग और जरूरी है। हम बहुत पहले से ही अपने स्कूल के बच्चों को अपने लैपटाप से शिक्षा दिला रहे हैं। विभाग से स्मार्ट क्लास भी शुरू होने वाला है। इससे डिजिटल क्लास और आसान हो जाएगा।
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