पांच अरकान के साथ ही मुकम्मल होता है हज
Maharajganj News - महराजगंज में आजमीने हज को ट्रेनिंग देने का कार्य शुरू हो गया है। पूर्व हज ट्रेनर मोहम्मद मोईनुद्दीन कादरी ने हज के पांच अरकान और इस सफर की अहमियत को बताया। हज का सफर 40 से 45 दिन का होता है, लेकिन...

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। अब वो मुकद्दस सफर करीब आ चुका है। इसी के साथ आजमीने हज को ट्रेनिंग देने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिसका मुकाम हर मुसलमान की जिन्दगी में बहुत अफजल माना गया है। हज करना फर्ज है और इस सफर पर जाने को हर सख्स की रुह बेताब रहती है। हज के पांच अरकान (हज के दौरान किए गए खास कार्य) मुकम्मल करते ही इंसान ऐसा होता जाता, जैसे आज ही दुनियां में वह पहली बार आया है। वह दुनियां में हाजी कहलाता है। उसकी रुह पाक हो जाती है। ये बातें पूर्व हज ट्रेनर मोहम्मद मोईनुद्दीन कादरी ने कही। वह सिविल लाइन स्थित मदरसा जामिया रिजविया नुरुल उलूम के परिसर में आयोजित आजमीने हज को प्रशिक्षण में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि वैसे तो हज का सफर 40 से 45 दिन का होता है। लेकिन इस सफर के पांच दिन खास होते हैं। इनमें हज के पांच अरकान पूरे किए जाते हैं। इन पांच दिनों का आजमीने हज को बड़ी शिद्दत से इंतजार रहता है। उन्होंने हज के पांच अरकान, काबा शरीफ का तवाफ, एहराम पहनना, हरम शरीफ में रहने के तरीके समेत हज से जुड़ी तमाम जानकारी दी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कुल 52 हज यात्रियों का टीकाकरण भी किया। इस अवसर पर प्रबंधक शमसुलहुदा खान, जिला हज ट्रेनर हाजी सैफुद्दोजा, मौलाना अतहर कासमी, मौलाना शब्बीर अहमद, इमरानुल्लाह अंसारी, इरफानुल्लाह अंसारी, मसूद अहमद, इरशाद अहमद आदि मौजूद रहे।
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