Online Birth Death Certificates Cause Delays and Frustration in Maharajganj जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र मिलने में देरी से लोग हलकान, Maharajganj Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsMaharajganj NewsOnline Birth Death Certificates Cause Delays and Frustration in Maharajganj

जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र मिलने में देरी से लोग हलकान

Maharajganj News - महराजगंज में ऑनलाइन जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र प्राप्त करने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रक्रिया के चलते प्रमाण-पत्र प्राप्त करने में दो से तीन महीने लग रहे हैं। अभिभावकों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजWed, 14 May 2025 10:39 AM
share Share
Follow Us on
जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र मिलने में देरी से लोग हलकान

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। सरकारी योजनाओं में ऑनलाइन जन्म/मृत्यु प्रमाण-पत्र अनिवार्य होने से लोगों की परेशानी बहुत बढ़ चुकी है। लोगों को दो से तीन महीने में भी प्रमाण-पत्र नहीं मिल पा रहे हैं। अभिभावकों को तो अपने बच्चों का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने में पसीने छूट जा रहे हैं। जिले में जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी कराने में एसडीएम की स्वीकृति जरूरी होता है। लेकिन पहले नगरपालिकाओं, नगर पंचायतें और सिक्रेटरी के सहयोग से लोगों को जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने में बहुत अधिक दिक्कत नहीं होती थी। पर जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र ऑनलाइन होने से लोगों की परेशानी बहुत बढ़ गई है।

अब जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने में लोगों को सारी प्रक्रिया का पालन करना पड़ रहा है। ऐसे में जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाने में दो से तीन महीने लग जा रहे हैं। नगरपालिका महराजगंज में जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र पटल देख रहे रामकृपाल ने बताया कि नगर क्षेत्र में निजी चिकित्सालयों में जन्म लेने वाले बच्चों को नगरपालिका द्वारा प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। पर सारी प्रक्रिया का पालन करना जरूरी होता है। पटल पर आवेदन जमा होने के बाद ईओ के हस्तारक्षर के बाद ही स्वीकृति को लेकर एसडीएम के पास भेजा जाता है। एसडीएम की स्वीकृति मिलने के बाद ही सभी दस्तावेज ऑनलाइन होते हैं। उसके बाद ही लोगों को प्रमाण-पत्र जारी हो पाता है। 12 वर्ष पहले का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने में परेशानी अधिक जन्म प्रमाण-पत्र जारी करने में शासन की सख्ती के कारण अधिकारियों द्वारा बड़ी सावधानी बरती जा रही है। जिले में जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी कराने में आवेदक को सारी प्रक्रिया का पालन करना पड़ रहा है। किसी बच्चे के 10 से लेकर 12 पहले का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने में अभिभावकों को परेशानी अधिक झेलनी पड़ रही है। रिपोर्ट लगवाने में अभिभावक ब्लाक से लेकर तहसील तक चक्कर लगाने को मजबूर हैं। एसडीएम के स्तर पर महीने तक स्वीकृति को लेकर आवेदन पेडिंग पड़ जा रहे हैं। और अनावश्यक देरी हो जा रही है। पनियरा क्षेत्र के ग्राम मोथई के एक अभिभावक रामनिवास ने बताया कि जन्म प्रमाण-पत्र को लेकर ब्लाक पर सेक्रेटरी द्वारा रिपोर्ट लगवाने के बाद तहसील स्तर पर अनावश्यक देरी हो जा रही है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।