पासपोर्ट बनवाने में पीछे छूटा सीवान, बिहार में सबसे आगे निकला ये जिला, लेकिन वो पटना नहीं है
पासपोर्ट बनवाने में सीवान को पछाड़कर मुजफ्फरपुर आगे निकल गया है।

पासपोर्ट बनवाने में मुजफ्फरपुर ने सीवान को पीछे छोड़ दिया है। डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र के अनुसार बिहार में मुजफ्फरपुर जिले में सबसे ज्यादा पासपोर्ट बनाये गये हैं। इस वर्ष मुजफ्फरपुर जिले के 20 हजार 582 लोगों ने पासपोर्ट बनवाये हैं। हर दिन 40 से 45 लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं। दूसरे स्थान पर सीवान है जहां 10 हजार 162 लोगों का पासपोर्ट बना है। बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से पासपोर्ट बनाने वालों में गोपालगंज, सीवान और छपरा के रहने वाले आगे रहते थे। लेकिन, इस साल मुजफ्फरपुर जिले में सबसे ज्यादा पासपोर्ट बनाए गए हैं।
राज्य भर में 37 डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खुले हैं। इसके अलावा पासपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय का अपना दो पासपोर्ट सेवा केंद्र है। इनमें एक पटना में और दूसरा दरभंगा में है। इसमें डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र की बात करें तो यहां से दो लाख 88 हजार 390 पासपोर्ट बनाये गये हैं।
एक सप्ताह से दस दिन में मिल रहा पासपोर्ट
पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने से लेकर सारी प्रक्रिया एक सप्ताह से दस दिन के अंदर पूरी कर ली जाती हैं। दस दिन के अंदर आवेदक को पासपोर्ट भेज दिया जाता है। प्रक्रिया जल्द से जल्द हो, ऐसे में आवेदकों के कागजात का सत्यापन उनके जिले के डाक पासपोर्ट सेवा केंद्र में किया जाता है। किसी जिले से आवेदन की संख्या ज्यादा होती है तो कागजात सत्यापन के लिए शिविर लगाया जाता है।
साल भर में दस से 15 शिविर लगते हैं
पासपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से शिविर लगाया जाता है। साल में 10-15 शिविर का आयोजन होता है। इसमें उन लोगों को सुविधा दी जाती है जो पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके होते हैं। ऐसे लोगों का शिविर लगाकर पेपर सत्यापन किया जाता है। इससे पासपोर्ट की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो जाती है।