एसटीएफ का केएलएस कॉलेज बिजनौर में छापा, डारेक्टर समेत तीन उठाए
Meerut News - मेरठ। यूपी एसटीएफ ने बिजनौर के केएलएस कॉलेज में छापा मारा है, जहां अवैध परीक्षा चल रही थी। कॉलेज के डायरेक्टर, एग्जाम कंट्रोलर और एक अन्य को हिरासत में लिया गया है। छात्रों का एडमिशन मेरठ के निजी...

मेरठ। यूपी एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने बुधवार को बिजनौर स्थित केएलएस कॉलेज में छापा मारा। एसटीएफ ने नियम विरूद्ध कराई जा रही परीक्षा के मामले में कॉलेज के डायरेक्टर और एग्जाम कंट्रोलर समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। कॉपियों और बाकी दस्तावेज को भी कब्जे में लिया गया है। इस पूरे मामले में मेरठ के निजी विश्वविद्यालय का नाम सामने आया है, जिसके नाम पर यहां बिजनौर के कॉलेज में छात्रों का एडमिशन और परीक्षा कराई जा रही थी। फिलहाल हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। दूसरी ओर, इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन और संबंधित विभाग से भी इस प्रकरण को लेकर जानकारी मांगी गई है।
एसटीएफ की मेरठ यूनिट के एसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि बिजनौर के चंदक में केएलएस कॉलेज को मेरठ के निजी विश्वविद्यालय के नाम से चलाया जा रहा है। एसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि इस कॉलेज को निजी विश्वविद्यालय के मालिक ने वर्ष 2013-14 में खरीदा था और खुद ही इसका संचालन शुरू कर दिया। इस कॉलेज में बीटेक, बीबीए, एमबीए के एडमिशन लिए जा रहे थे और फीस सीधे मेरठ के विश्वविद्यालय के खाते में जमा कराई जा रही थी। परीक्षा के समय पर सीधे मेरठ से ही प्रश्न-पत्र और उत्तर पुस्तिका को बिजनौर कॉलेज भेजा जाता था। एसपी एसटीएफ ने बताया कि यह प्रक्रिया नियम विरुद्ध है और इसे लेकर सूचना मिली थी। इसी को लेकर बुधवार को कॉलेज पर छापा मारा गया। यहां पर 134छात्र बीटेक, बीबीए और एमबीए की परीक्षा दे रहे थे। टीम ने इस दौरान कॉलेज के डायरेक्टर सरदार सिंह निवासी मंसूरपुर मुजफ्फरनगर, एग्जाम कंट्रोलर और एक पदाधिकारी को हिरासत में लिया। इसके अलावा यहां पर वीडियोग्राफी कराई गई और कॉलेज के डीवीआर को कब्जे में लिया गया। छात्रों के प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका को भी कब्जे में लिया गया है। वहीं, काफी दस्तावेज और कंप्यूटर-लैपटॉप समेत बाकी सामान भी कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। बताया कि जिस तरह से निजी विश्वविद्यालय द्वारा अपने कैंपस से बाहर एक कॉलेज में सेंटर बनाकर परीक्षा कराई जा रही थी, वह गलत है। इसके अलावा निजी विश्वविद्यालय के अधिकारों को लेकर भी संबंधित विभाग से जानकारी ली जा रही है। ------------------------------ विश्वविद्यालय के खातों में जमा हुई एडमिशन की रकम एसपी एसटीएफ ने बताया कि कॉलेज में जिन छात्र-छात्राओं का एडमिशन हुआ, उनकी एडमिशन फीस मेरठ के निजी विश्वविद्यालय के खातों में जमा कराई गई है। इसके बाद बाकी सारी प्रक्रिया यहां कॉलेज में पूरी कराई जाती है। इस संबंध में पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। साथ ही इस कॉलेज में जो प्रश्नपत्र और कॉपियां बरामद की गई हैं, उनके निजी विश्वविद्यालय का नाम और मुहर लगी हैं। परीक्षा होने के बाद सभी कॉपियों को मेरठ लाकर निजी विश्वविद्यालय में जमा कराया जाता था। ------------------------------ केएलएस कॉलेज में अवैध रूप से छात्र-छात्राओं के एडमिशन कर परीक्षा कराई जा रही थी। यह काम मेरठ के एक निजी विश्वविद्यालय द्वारा कराया जा रहा था। केएलएस कॉलेज के डायरेक्टर, एग्जाम कंट्रोलर और एक अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बाकी कार्रवाई के लिए कानूनी और संबंधित विभाग की मदद ली जा रही है। ब्रिजेश सिंह, एसपी एसटीएफ।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।