श्रम विभाग के शिशु एवं मातृत्व हित लाभ योजना की जांच शुरु
Mirzapur News - मिर्जापुर में सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में निर्माण श्रमिकों के लिए योजनाओं में बंदरबाट की जांच के लिए नौ सदस्यीय टीम पहुंची। 1072 आवेदनों की शिकायत पर जांच की जा रही है। आरोप है कि श्रम विभाग के...

मिर्जापुर, संवाददाता। सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं में हुए बंदरबाट की गुरुवार को जांच के लिए नौ सदस्यीय टीम जिले में पहुंची। शिशु एवं मातृत्व हित लाभ योजना में 1072 आवेदनों की शिकायत मिलने पर शासन के निर्देश पर जांच की जा रही है। वाराणसी के उप श्रमायुक्त को जांच अधिकारी नामित किया गया है। इस टीम में वाराणसी, जौनपुर व भदोही के श्रम विभाग के अधिकारी शमिल है। शासन से की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 1072 लाभार्थियों की श्रम विभाग के अधिकारियों ने एक सिंडीकेट तैयार कर लाभान्वित कर दिया। इनमें बिना प्रसव के फर्जी दस्तावेज के आधार पर गैर निर्माण श्रमिको तथा फर्जी आवेदनों पर जान बुझकर भुगतान कर दिया गया। बीते डेढ़ वर्ष से यह जांच चल रही है। इस मामले में विंध्याचल के गोपालपुर गांव के 11 आवेदनों की जांच में दस मामले फर्जी पाए गए थे। इन लाभार्थियों के खाते में भेजे गए पैसे की रिकवरी की गई।
इस मामले की गुरुवार को दोबारा जांच करने के लिए वाराणसी के उप श्रमायुक्त धर्मेंद्र कुमार सिंह के साथ जौनपुर व भदोही के अफसरों ने श्रम विभाग के कार्यालय में पहुंच कर मामले की जांच की। पता चला है कि इस मामले में विभाग के कर्मचारी भी शामिल है। हालांकि जांच टीम के अफसरों ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। कहा कि शासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।