निजीकरण को लेकर बिजली कर्मियों ने तेज किया विरोध
Mirzapur News - मिर्जापुर में विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने बिजली के निजीकरण के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकारी बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया और कैबिनेट मंत्रियों को ज्ञापन सौंपा गया।...

मिर्जापुर, संवाददाता। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर बिजली के निजीकरण के विरोध में मंगलवार को नगर के फतहा स्थित मिर्जापुर विद्युत वितरण मंडल के मुख्य अभियंता कार्यालयी पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि विजयवाड़ा में हुई ग्रुप आफ मिनिस्टर्स की मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के सामने विजयवाड़ा के बिजली इंजीनियरों ने उत्तर प्रदेश में चल रहे बिजली के निजीकरण का मुद्दा उठाया। साथ ही प्रदेश भर में कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री, सांसद और विधायकों को ज्ञापन सौंपा गया।
उधर संघर्ष समिति ने उत्तर प्रदेश में 5 साल बाद बिजली का टैरिफ बढ़ाने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि टैरिफ बढ़ा कर निजी घरानों की मदद की जा रही है। साथ ही आम उपभोक्ताओं को सचेत किया है कि यदि निजीकरण वापस न हुआ तो आम उपभोक्ता बिजली के टैरिफ की मार सहने के लिए भी तैयार रहें। बड़े पैमाने पर संविदा कर्मियों की छटनी के आदेश को वापस लेने की मांग की है। यह भी कहा कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का टेंडर व तैयार कंसलटेंट से पूरी तरह अवैधानिक करार दिया है । विरोध सभा में संघर्ष समिति के संयोजक इंजीनियर दीपक सिंह, विनीत मिश्रा, अंशु कुमार पांडेय, सुमित कुमार यादव,सह संयोजक राजेश कुमार गौतम, प्रदीप कुमार, सुनील कुमार, राकेश कुमार, जितेश कुमार, पवन कुमार, संजय कुमार, विनोद कुमार, शंभू कुमार, बृजेश कुमार, राम सिंह, प्रमोद कुमार आदि रहे।
निगम कार्यालय पर अवर अभियंताओं ने किया प्रदर्शन
मिर्जापुर,संवाददाता।
बिजली के निजीकरण के विरोध में मंगलवार को राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन उत्तर प्रदेश की ओर से पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय वाराणसी पर विद्युत सुधार गोष्ठी एवं मुख्यमंत्री को संबोधित एमडी पूर्वांचल को ज्ञापन सौंपा गया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता संगठन के पूर्वांचल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं. अभिषेक मौर्या किया। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा बिजली के निजीकरण से किसानों, गरीब उपभोक्ताओं, मजदूरों को महंगे दर पर बिजली मिलेगी। प्रदर्शन के दौरान निगम कार्यालय के मुख्य गेट को बंद कर दिए जाने पर अवर अभियंताओं ने रोष जताया। कार्यक्रम संचालन पूर्वांचल उपाध्यक्ष इं. राम सिंह ने किया। सुधर गोष्ठी में पूर्वांचल के 21 जनपदों के समस्त पदाधिकारी, हजारों की संख्या में सदस्य उपस्थित रहे।
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