बालू के ढेर हादसों को दे रहे आहट
Mohoba News - डस्ट के ढेर में मासूम की मौत के बाद लोग परेशान जगह-जगह लगे ढेर से आए दिन हो रहे हादसा

महोबा, संवाददाता। शहर में जगह-जगह खुले में रखे बालू और डस्ट के ढेर से हादसों का खतरा बढ़ गया है। डस्ट में दबकर मासूम की मौत के बाद परिजन बच्चों की सेहत को लेकर खासे परेशान है। लोगों ने सड़क किनारे लगे बालू के ढेर को हटवाने की मांग उठाई है। शहर के चरखारी रोड निवासी नरेद्र का तीन वर्षीय पुत्र रुद्रांश की डस्ट के ढेर में दबकर मौत हो गई है।शहर में आबादी क्षेत्र में व्यापारिक डंप संचालित हो रहे है जिसमें सुरक्षा नियमों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है। लोग निर्माण के लिए भी सड़कों के किनारे बालू और डस्ट के ढेर लगा रहे है।
शहर के रामकथा मार्ग सहित ऊदल चौक, हमीरपुर चुंगी आदि में सड़क किनारे बालू और डस्ट के लगे ढेर हादसों की आहट दे रहे है। मासूम की मौत के बाद लोगों ने आबादी क्षेत्र में लगे बालू के ढेर को हटवाने की मांग उठाई है। राजमार्ग किनारे पटरी पर अतिक्रमण महोबा। शहर से दो-दो राजमार्ग गुजरे है। कानपुर सागर राजमार्ग में किड़ारी फाटक से हमीरपुर चुंगी तक अतिक्रमण है। मार्बल सहित ईंट और सीमेंट के गमला बनने वाले लोग पटरी पर व्यापार चमका रहे है। जबकि चार पहिया वाहनों की मरम्मत सहित अन्य व्यापारी भी पटरी तक पहुंच गए है। डाक बंगला मैदान से लवकुशनगर तिराहा तक पटरी अतिक्रमण की चपेट में है। जबकि चरखारी रोड पर परमानंद तिराहा से झनकारी बाई तिराहा तक व्यापारी मनमाने ढंग से कब्जा किए है। अतिक्रमण हटाने के नाम पर अभियान कोई खास छाप नहीं छोड़ पा रहा है। पटरी परअतिक्रमण हादसों की आहट दे रहा है।
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