महानगर में 92 मकान जर्जर, हादसे का भय
Moradabad News - मानसून आने में डेढ़ माह बचा है और नगर निगम ने 92 जर्जर भवनों का सर्वे शुरू कर दिया है। अगर समय पर कार्रवाई नहीं की गई, तो बड़ा हादसा हो सकता है। नगर आयुक्त का कहना है कि मकान मालिकों को नोटिस दिए गए...

मानसून आने में करीब डेढ़ माह का समय है। नगर निगम द्वारा जर्जर भवनों का सर्वे कराया जाना शुरू कर दिया गया है। महानगर में कांग्रेस दफ्तर समेत 92 भवन जर्जर हो चुके हैं। निगम द्वारा सभी लोगों को नोटिस देने की कार्रवाई भी की जा चुकी है। समय रहते जर्जर भवनों को गिराने की कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी महानगर में बड़ा हादसा हो सकता है। निगम अधिकारियों के मुताबिक सर्वे का कार्य अभी जारी है। बरसात से पहले जर्जर मकानों की संख्या का ग्राफ बढ़ सकता है। नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल का कहना है कि मकान स्वामियों को नोटिस देने की कार्रवाई की जा चुकी है।
सभी को मरम्मत का कार्य कराने को कहा गया है। इसके बाद भी मरम्मत नहीं कराई जाएगी तो निगम आगे की कार्रवाई करेगा। नगर निगम के रिकार्ड में सिर्फ 92 भवन जर्जर की श्रेणी में हैं, वहीं दूसरी ओर शहर कोतवाली, मुगलपुरा, गलशहीद, असालतपुरा, नागफनी, लाल मस्जिद आदि इलाकों में करीब 500 से अधिक भवन जर्जर हो चुके हैं। कुछ समय पूर्व मुगलपुरा इलाके में बारिश के दौरान मकान गिर गया था। शहर के नामचीन अधिवक्ता के भतीजे की मलबे में दबकर मौत हो गई थी।
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