5 लाख लोगों के लिए बस रहा नया गोरखपुर, सीएम योगी बोले-शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग का बन रहा हब
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश सुरक्षा के बेहतरीन वातावरण में हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। जिन लोगों में क्षमता नहीं थी, उनको उत्तर प्रदेश के आंकड़े फर्जी लगते होंगे लेकिन जिनमें सामर्थ्य था उन्होंने करके दिखा दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी के लिहाज से मजबूत हुआ गोरखपुर शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग का हब बनने की दिशा में अग्रसर है। शहर की जरूरतों को पूरा करने के लिए नया गोरखपुर बसाया जा रहा है। उन्होंने ऐलान किया नया गोरखपुर पांच लाख लोगों की आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
सीएम योगी शनिवार को 1640 करोड़ रुपये से अधिक की 107 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने रामगढ़ताल रिंग रोड प्रथम चरण (पैडलेगंज से स्मार्टव्हील्स तक), रामगढ़ताल क्षेत्र में कार्निवाल ऑफ ड्रीम्स पार्क, बहुमंजिली आवासीय योजना गोरक्ष एंक्लेव का शुभारंभ तथा विश्व स्तरीय कन्वेंशन सेंटर का शिलान्यास किया। साथ ही उनके हाथों जीडीए की अन्य कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ।
इस अवसर पर चंपा देवी पार्क मैदान में आयोजित जनसभा में सीएम ने कहा कि आज का गोरखपुर वह सिटी नहीं है जिसकी पहचान अपराध के गढ़ और माफियागिरी के चलते थी। आज का गोरखपुर विरासत और विकास के अद्भुत सामंजस्य के साथ आगे बढ़ रहा है। आज का गोरखपुर चार विश्वविद्यालयों वाले शहर के रूप में, एम्स, बीआरडी की सुपर स्पेशलिटी और निजी क्षेत्र के अनेक अच्छे अस्पतालों के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ्य का हब बन चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का गोरखपुर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ ही निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में भी उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश सुरक्षा के बेहतरीन वातावरण में हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इसीलिए जिन लोगों में क्षमता नहीं थी, उनको उत्तर प्रदेश के आंकड़े फर्जी लगते होंगे लेकिन जिनमें सामर्थ्य था उन्होंने करके दिखा दिया है। सीएम ने कहा कि 1947 से लेकर 2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस बल में केवल 10000 महिला पुलिसकर्मी थीं। जबकि गत दिनों हुई 60000 से अधिक की पुलिस भर्ती में ही अकेले 12000 से अधिक बेटियों को भर्ती किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसानों के लिए 1996 से लेकर 2017 तक जितना गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ उससे, 60000 करोड़ यानी 280000 करोड रुपये का गन्ना मूल्य का भुगतान सिर्फ आठ वर्षों में सरकार ने किया है।