पहलगाम हमला: बेटियां जाएंगीं पाकिस्तान, मां भारत में रहेगी; जैनब से बिछड़ गईं मासूम हिजा और हुरैन
पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने बेगुनाह जिन्दगियां ही नहीं छीनीं, बल्कि रिश्तों की तुरपन को भी उधेड़ डाला है। इसमें कई ऐसी दर्द भरी दास्तां सामने आने लगी हैं, जिनका समाधान फिलहाल वक्त के गर्भ में है

पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने बेगुनाह जिन्दगियां ही नहीं छीनीं, बल्कि रिश्तों की तुरपन को भी उधेड़ डाला है। इसमें कई ऐसी दर्द भरी दास्तां सामने आने लगी हैं, जिनका समाधान फिलहाल वक्त के गर्भ में है। आतंकी हमले के बाद दो मासूमों के सिर से उनकी मां का आंचल दूर होने का खतरा मंडराने लगा है। बेबस मां अपने जिगर के टुकड़ों के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही है। देश में ऐसी सैकड़ों बेटियां हैं जो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में बहू बनकर चली गई थीं। इनमें कुछ ऐसी हैं जो वहीं ठीक प्रकार से रह रही हैं तो कुछ ऐसी हैं जो किसी न किसी वजह से अपने मुल्क लौट आई हैं। ऐसी ही एक बेबस मां बिजनौर के नजीबाबाद निवासी जैनब है।
नजीबाबाद के मोहल्ला मुगलूशाह निवासी जैनब की शादी करीब छह वर्ष पूर्व पाकिस्तान के लाहौर में रिश्तेदार जाजिब के साथ हुई थी। जाजिब से जैनब को दो बेटियां तीन वर्षीय हुरैन फातिमा और दो साल की हिजा फातिमा हैं। इसी वर्ष 24 जनवरी को जैनब किसी कारणवश अपनी दोनों मासूम बेटियों को लेकर अपने मायके नजीबाबाद लौट आई। मां के साथ उसकी मासूम बेटियां हिजा व हुरैन भी ननिहाल में रह रही हैं।
जैनब भारतीय, दोनों बच्चियां पाकिस्तानी नागरिक
समस्या यह है कि मां जैनब की नागरिकता भारतीय है, जबकि पाकिस्तान में पैदा होने के कारण दोनों मासूम बच्चियों हिजा व हुरैन की नागरिकता पाकिस्तान की है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने टूरिस्ट या शार्ट टर्म वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दे दिया। इस आदेश से मासूम हमजा व हुरैन पर भी मां के आंचल से दूर होने का खतरा मंडराने लगा है। बेबस मां अपने परिजनों के साथ अपनी बेटियों को अपने पास रखने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रही है। हालांकि एलआईयू इंस्पेक्टर अमित चौहान ने बताया कि जैनब को विधिवत दो बच्चियों की एलटीवी के लिए आवेदन करना होगा। जांच के बाद वे अपनी रिपोर्ट लगाकर भेज देंगे। लॉन्ग टर्म वीजा मिलने पर बच्चियां यहां रह सकती हैं।
आंखों में आंसू, चेहरे पर बेबसी
गुरुवार को अपने भाई के साथ पुलिस लाइन स्थित एलआईयू कार्यालय पहुंची जैनब के चेहरे पर मासूम बेटियों को लेकर आंखों में आंसू और चेहरे पर बेबसी थी। वह बार-बार अपनी बेटियों को अपने पास रखने की दुहाई दे रही थी। मां उन आतंकवादियों को भी कोस रही थी जिन्होंने सुधरते रिश्तों को एक बार फिर से दागदार कर दिया है।
जैनब की भाभी सना भी एलटीवी पर
जैनब के बड़े भाई नदीम की शादी भी करीब 19 साल पूर्व पाकिस्तान में ही रिश्तेदारी में सना शब्बीर के साथ हुई थी। पाकिस्तानी नागरिक सना अपने पति नदीम के साथ यहीं नजीबाबाद में रही है। दोनों चार बच्चे भी हैं। सना को भी अभी नागरिकता नहीं मिली है और वह लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही है।