पाकिस्तानी महिला शुमायला खान नहीं छोड़ सकेगी भारत, गृह और विदेश मंत्रालय भेजी गई रिपोर्ट
पाकिस्तान की नागरिकता छिपाकर कूटरचित निवास प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षिका बनी शुमायला खान उर्फ फुरकाना को पुलिस तलाश कर रही है लेकिन उसका सुराग नहीं लग रहा है।

पाकिस्तान की नागरिकता छिपाकर कूटरचित निवास प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षिका बनी शुमायला खान उर्फ फुरकाना को पुलिस तलाश कर रही है लेकिन उसका सुराग नहीं लग रहा है। वहीं, दूसरी ओर से खुफिया इकाइयों ने गृह और विदेश मंत्रालय को उस पर दर्ज मुकदमा समेत पूरी रिपोर्ट भेज दी है ताकि वह देश छोड़कर नहीं भाग सके।
पाकिस्तान की रहने वाली शुमायला खान उर्फ फुरकाना ने अपनी नागरिकता छिपाकर शिक्षिका की नौकरी हासिल कर ली। बजरोही टोला रामपुर की रहने वाली शुमायला फतेहगंज पश्चिमी के प्राइमरी स्कूल माधौपुर में तैनात थी। करीब तीन साल पहले हिन्दुस्तान समाचार पत्र के खुलासे पर जांच शुरू हुई, जिसमें उसके पाकिस्तानी मूल के होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद उसे बर्खास्त कर जनवरी माह में थाना फतेहगंज पश्चिमी में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। उसके बाद से ही शुमायला खान फरार चल रही है।
रामपुर में वह जिस किराये के मकान में रहती थी, उसे भी छोड़कर जा चुकी है। खुफिया इकाइयां और पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं। वहीं, दूसरी ओर शुमायला खान पर दर्ज मुकदमे और पूरे प्रकरण की विदेश मंत्रालय व गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी गई है ताकि वह देश छोड़कर न भाग सके।
कोर्ट से जारी कराए जाएंगे वारंट
शुमायला खान के लगातार फरार होने के चलते पुलिस भी उसके गैर जमानती वारंट जारी कराने की तैयारी में है। इसके लिए अभी दबिश देने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इसके पूरे होते ही पुलिस कोर्ट में गैर जमानती वारंट के लिए आवेदन करेगी।
शुमायला प्रकरण में खंगाली गईं फाइलें
पाकिस्तानी नागरिक शुमायला खान के प्रकरण में शनिवार को जांच टीम बीएसए कार्यालय पहुंची। जांच टीम में शामिल एडीएम सिटी सौरभ दुबे और सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रकरण से जुड़ी फाइलें खंगाली। इस बात की पड़ताल की गई कि आखिर रामपुर से शुमाएला का निवास प्रमाण पत्र कैसे जारी हुआ और उसे किस तरह से नौकरी मिली। लगातार पत्राचार के बाद भी आखिर शुमाएला लगभग दस वर्ष तक नौकरी करने में कैसे सफल रही। विभागीय कार्रवाई में देरी के कारणों की भी पड़ताल की गई।