पैतृक गांव पहुंचा वायुसैनिक का पार्थिव शरीर, अंतिम विदाई में उमड़े लोग
Pratapgarh-kunda News - रामपुर बावली (प्रतापगढ़) के वायुसेना वारंट अफसर रामकुमार तिवारी का निधन पैराशूट की हार्ड लैंडिंग के कारण हुआ। उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर परिजनों और ग्रामीणों में मातम छा गया। सांसद प्रमोद...
रामपुर बावली (प्रतापगढ़), हिन्दुस्तान संवाद। एयरक्राफ्ट से छलांग लगाते समय पैराशूट की हार्ड लैंडिंग के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए भारतीय वायुसेना के वारंट अफसर रामकुमार तिवारी का पार्थिव शरीर रविवार सुबह पैतृक गांव लालगंज के बेलहा पहुंचा तो दर्शन करने इलाके के लोग उमड़ पड़े। पार्थिव शरीर देख बूढ़े मां-बाप के साथ भाई, पत्नी, बच्चे चीत्कार करने लगे। वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें भर आईं। वायुसेना के अफसर की मौजूदगी में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद जयघोष के साथ रामकुमार का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए गंगा घाट ले जाया गया। गंगाघाट पर भी वायुसैनिकों और सिविल पुलिस के जवानों ने सलामी पेश की। पिता रमाशंकर तिवारी ने बेटे को मुखाग्नि दी। लालगंज के गंभीराबाद बेलहा निवासी किसान रमाशंकर तिवारी के 41 वर्षीय बेटे रामकुमार रामू वायुसेना में वारंट अफसर के पद पर कार्यरत थे। वर्ष 2002 में वायुसेना में भर्ती होने के बाद पठानकोट में पहली तैनाती मिली। 2009 में वह आगरा आ गए। वहां एनएसजी कमांडो को एयरक्राफ्ट से जंप करने की ट्रेनिंग देने लगे। शनिवार को आगरा में उन्होंने अपनी टीम के साथ एयरक्राफ्ट से करीब सात हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई। लैंडिंग के समय पैराशूट में आई गड़बड़ी से वह जमीन पर गिर गए। सिर में गंभीर चोट आने पर वायुसेना के जवानों ने आनन फानन हॉस्पिटल पहुंचाया। वहां रामकुमार का निधन हो गया। सूचना मिलने पर छोटा भाई आगरा पहुंचा। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद तिरंगे में लिपटा रामकुमार का पार्थिव शरीर रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे पैतृक गांव पहुंचा। घर पर पार्थिव शरीर पहुंचते ही किसान पिता, बीमार मां, भाई, पत्नी, बेटे लिपटकर रोने लगे। परिजनों की चीत्कार से ग्रामीणों की आंखें भर आईं। घर पर करीब एक घंटे तक पार्थिव शरीर रखने के बाद वाहन फूल माला से सजाया गया। पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए मानिकपुर गंगाघाट के लिए लेकर निकले तो भारत माता की जय के घोष के साथ पैदल गांव के बाहर लाया गया।
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गांव में बनेगा शहीद द्वार और स्मारक: प्रमोद
रामपुर बावली। बेलहा निवासी रामकुमार के गांव पहुंचे राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया। परिजनों से मिलकर दुख साझा किया। सांसद ने कहा कि रामकुमार तिवारी ने मातृभूमि के लिए देश की सम्प्रभुता, रक्षा को लेकर अमर बलिदान दिया है। समूचा रामपुर खास कर्तव्य निर्वहन के लिए रामकुमार तिवारी के इस बलिदान से गौरवान्वित हुआ है। सांसद ने अपनी व विधायक आराधना मिश्रा मोना की ओर से बेलहा में रामकुमार तिवारी शहीद द्वार और शहीद स्मारक के निर्माण कराए जाने की घोषणा की। उनकी मां, परिजनों से संवेदना प्रकट करते हुए प्रमोद तिवारी ने भरोसा दिलाया कि परिवार की हर जरूरत पर वह और विधायक आराधना मिश्रा मोना सदैव साथ खड़े रहेंगे।
मानिकपुर गंगा घाट पर भी दी गई सलामी
मानिकपुर। वायुसेना के वारंट अफसर रामकुमार तिवारी का अंतिम संस्कार मानिकपुर गंगा घाट पर किया गया। रविवार को करीब एक बजे पिता रमाशंकर तिवारी ने बेटे को मुखाग्नि दी।
रविवार सुबह वायु सैनिक रामकुमार का पार्थिव शरीर लेकर पैतृक गांव पहुंचे। वहां से उनकी अंतिम यात्रा मानिकपुर गंगा घाट पर पहुंची। वायु सैनिकों ने ताबूत को कंधा देकर गंगा घाट तक पहुंचाया। एयरफोर्स के फ्लाइट लेफ्टिनेंट आर्यन कैंटनूरा की अगुवाई में सैन्य टुकड़ी ने रामकुमार को सशस्त्र सलामी दी।
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