ED raids on former rajasthan minister pratap singh khachariyawas house in Jaipur राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप खाचरियावास के घर में ED की रेड, PACL घोटाले में बड़ी कार्रवाई, Rajasthan Hindi News - Hindustan
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राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप खाचरियावास के घर में ED की रेड, PACL घोटाले में बड़ी कार्रवाई

राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज सुबह से ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है। ईडी की टीम राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के जयपुर स्थित घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, जयपुरTue, 15 April 2025 09:45 AM
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राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप खाचरियावास के घर में ED की रेड, PACL घोटाले में बड़ी कार्रवाई

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम मंगलवार सुबह से ही जयपुर स्थित उनके घर पर छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई देश के सबसे बड़े चिटफंड घोटालों में शामिल PACL (पीएसीएल) घोटाले से जुड़ी बताई जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, ईडी को इस बात के संकेत मिले हैं कि घोटाले की रकम में से लगभग 30 करोड़ रुपये की राशि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास से जुड़ी संपत्तियों में निवेश की गई थी।

पीएसीएल कंपनी पर देशभर के 5.85 करोड़ निवेशकों से करीब 49,100 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। केवल राजस्थान में ही 28 लाख लोगों ने 2,850 करोड़ रुपये का निवेश किया था। सेबी ने इस कंपनी की स्कीमों को अवैध मानते हुए 22 अगस्त 2014 को इसके सभी कार्यों पर रोक लगा दी थी। कंपनी ने कथित रूप से रियल एस्टेट में निवेश कराने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूली थी।

इस घोटाले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश आर. एम. लोढ़ा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था। कोर्ट ने कमेटी को पीएसीएल की संपत्तियों की नीलामी कर निवेशकों को उनकी राशि ब्याज सहित लौटाने का आदेश दिया था। सेबी के अनुमान के मुताबिक, पीएसीएल के पास करीब 1.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्तियां हैं।

पीएसीएल के खिलाफ देश के कई राज्यों— जैसे मध्य प्रदेश, असम, कर्नाटक, राजस्थान (जयपुर ग्रामीण, उदयपुर), आंध्र प्रदेश, पंजाब और छत्तीसगढ़ में मुकदमे दर्ज हैं। इस घोटाले का पहला मामला 2011 में जयपुर के चौमू थाना क्षेत्र में दर्ज हुआ था, जिसमें ठगी और चिटफंड एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। फिलहाल ईडी की टीम दस्तावेजों की जांच और पूछताछ में जुटी हुई है।